Alwar: भाजपा ने भूपेंद्र यादव का अलवर से क्यों उतारा…
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी राजनैतिक दलों द्वारा तैयारियां अंतिम दौर में चल रही है भाजपा ने अपने प्रत्याशियो की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है इसमे राजस्थान में भी भाजपा ने 15 प्रत्याशियो का एलान किया है
जिसमे अलवर लोकसभा सीट पर भजपा के बड़े नेता राज्यसभा सांसद ,केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है , अलवर लोकसभा सीट यादव बाहुल्य सीट मानी जाती है , भाजपा ने पहले एक बड़े नेता ,यादव प्रत्याशी को मैदान में उतार कर अपना दांव खेल दिया है अब कोंग्रेस मंथन में जुटी है कि उसे यादव प्रत्याशी उतारना है या किसी और पर दांव खेलना है ।
पहले भूपेंद्र यादव के राजनैतिक सफर पर नजर डालते है और उन्हें अलवर से प्रत्याशी क्यो बनाया गया , जबकि यादव दो बार राज्यसभा के सांसद रह चुके है , वह पहली बार चुनाव लड़ रहे है , भूपेंद्र यादव की प्रशासनिक दक्षता और मुद्दों की गहरी समझ को देखते हुए मोदी सरकार ने भूपेन्द्र यादव को केंद्रीय श्रम एवं पर्यावरण मंत्री बनाया ,
भूपेंद्र यादव का जन्म 30 जून 1969 को हरियाणा के गुड़गांव जिले के पटौदी, जमालपुर, में हुआ था. उन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज, अजमेर से स्नातक की डिग्री और कानून की डिग्री प्राप्त की , सन 2000 में भूपेन्द्र यादव को अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का महासचिव नियुक्त किया गया और 2009 तक इस पद पर रहे। 2010 में, उन्हें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। 2014 में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव का पद संभाला. सफर यही नही रुका भूपेंद्र यादव को 2013 में राजस्थान और 2014 में झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के चुनाव सह-प्रभारी और गुजरात के प्रभारी बनाये गए , 2019 के लोकसभा चुनाव और 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी उन्हें प्रभारी बनाया गया ।
राज्यों में पार्टी की रणनीति और अभियान के प्रबंधन में उनकी सफलता को देखते हुए, भूपेन्द्र यादव को उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह राज्य में पार्टी के चुनाव प्रभारी भी रहे ,
बिहार चुनाव में बीजेपी की सफलता के बाद, भूपेन्द्र यादव को ग्रेटर हैदराबाद में निकाय चुनाव को बीजेपी के पक्ष में मोड़ने का काम सौंपा गया था।
उनकी संगठनात्मक क्षमता और पार्टी की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए, यादव को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रबंधन की भी जिम्मेदारी दी गई थी।
4 अप्रैल 2012 को उन्हें राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुना गया. यादव को राजस्थान चुनांव 2013 ,गुजरात (2017), झारखंड (2014) और उत्तर प्रदेश (2017) के विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के लिए ठोस जीत हासिल करने के पीछे युद्ध कक्ष रणनीतिकार माना गया , यादव 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी थे. जुलाई 2021 में यादव को पर्यावरण के लिए कैबिनेट मंत्री के रूप में मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया ।
इस बार भाजपा ने भूपेंद्र यादव को राज्यसभा नही भेजा गया शायद उनके लिए यह पहले से ही तय हो गया था कि उन्हें लोकसभा चुनाव में उतारा जाएगा , शायद यह भी तय था कि उन्हें अलवर से ही उतारा जाएगा जिसके तहत ही यहां के सांसद रहे महंत बालक नाथ योगी को विधानसभा चुनावों में तिजारा से टिकिट देकर लोकसभा से भी स्तीफा दिलवा दिया था , यहां से भूपेंद्र यादव का जुड़ाव भी काफी रहा है अलवर जिले से लगती हरियाणा सीमा के रहने वाले राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य रहे उन्होंने अलवर जिले में अपने सांसद कोटे से अनेको विकास कार्य भी करवाये यानी उन्होंने अपना ग्राउंड पहले ही बनाना शुरू कर दिया था ।
भूपेंद्र यादव ने अलवर के भिवाडी से अपने प्रचार की शुरुआत करते हुए सबसे पहले उन्होंने बाबा मोहनराम मन्दिर पहुंच कर आशीर्वाद प्राप्त किया इस दौरान उनके स्वागत में भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा , यहां उन्होंने आमजन को सम्बोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का लाभ हर आम को मिले इसके लिए वह काम करेंगे साथ ही अलवर के विकास में कोई कसर नही छोड़ने का भी आश्वासन दिया ।
इस मौके पर वन मंत्री संजय शर्मा , तिजारा विधायक महंत बालक नाथ योगी , पूर्व विधायक रामहेत यादव , मामन सिंह , मनजीत चौधरी , हेम सिंह भड़ाना ,मोहित यादव सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे ।