लोकसभा चुनावों के बाद 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उनके मंत्रिमंडल ने भी शपथ ली लेकिन इस शपथ ग्रहण में कई चौकाने वाले बात भी सामने आई इसमे कई नेता ऐसा भी थे जो या तो चुनांव लड़े ही नही या चुनांव हार गए उन्हें भी मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है ।
इसमे एक नेता रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) का नाम भी शामिल है जिन्हें लोकसभा चुनाव 2024 हारने के बाद भी मोदी की कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है…जानते है कोंन है रवनीत सिंह बिट्टू
रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए, हालांकि वह पंजाब के लुधियाना से चुनाव हार गए थे , बीजेपी का मानना है कि हार मिलने के बावजूद बिट्टू उन लोकप्रिय नेताओं में से हैं जो पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने पर पार्टी पर प्रभाव डाल सकते हैं. कांग्रेस में रहते हुए बिट्टू 2009 में आनंदपुर साहिब, 2014 और 2019 में लुधियाना से चुनाव जीते थे। वहीं, इस बार बीजेपी ने उन्हें लुधियाना से ही चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें यहां हार का मुंह देखना पड़ा। उसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया है ।
रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का एक और कारण यह है कि वह पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियान के प्रमुख चेहरों में से एक बेअंत सिंह के पोते हैं. कांग्रेस नेता बेअंत सिंह की हत्या तब की गई थी, जब वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे. बिट्टू के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आये अमित शाह और जेपी नड्डा ने मंच से कहा था आप इन्हें जिताईये हम इन्हें बड़ा आदमी बनाएंगे ।