अलवर टाइगर रिजर्व सरिस्का से वन्यजीव प्रेमियों के लिए फिर खुशी की खबर सामने आई है , अब बाघिन एसटी—17 के साथ तीन नए शावक अकबरपुर रेंज में कैमरा ट्रैप में दिखाई दिए। सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ कर अब 43 का हो गया है। सरिस्का में अब 11 मेल टाइगर, 14 फीमेल टाइगर और 18 शावक हैं।केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भपेंद्र यादव ने सरिस्का में निरंतर बढ़ रही बाघों की संख्या पर खुशी जताई है।
सरिस्का की अकबरपुर रेंज में बाघिन एसटी 17 के साथ कैमरा टैप में तीन शावक दिखाई दिए हैं। सरिस्का में पिछले 4 महीने में 13 नए शावक मिले हैं। इससे पूर्व गत 13 मार्च को बाघिन एसटी—12 तीन शावकों के साथ नजर आई थी वही गत 30 मई को बाघिन एसटी—22 के साथ 4 शावक कैमरा टैप में दिखाई दिए थे। साथ ही बाघिन एसटी— 12 का एक और शावक कैमरा टैप में दिखाई दिया इसके अलावा 29 मई को बाघिन एसटी— 27 के साथ दो शावक नजर आए थे। वहीं 11 जून को बाघिन एसटी—17 के साथ तीन और नए शावक दिखाई दिए हैं। यानी 13 दिनों में सरिस्का को 10 नए शावक मिले हैं। सरिस्का में लगातार दिख रहे नए शावकों पर वन्यजीव प्रेमियों ने खुशी जताई है।
2004-5 के दरम्यान सरिस्का बाघ विहीन हो गया था , जिससे पर्यटकों ने भी मुंह मोड़ लिया था , उसके बाद 2008 में एक अभिनव प्रयोग करते हुए रणथंभौर से ट्रंक्यूलाईज कर हेलीकॉप्टर से पहली बाग बाघ को शिफ्ट किया गया , यह प्रयोग सफल होने के बाद कई बाघ और बाघिनों को यहां लाया गया , इसके साथ ही बाघों को यहां स्वछंद विचरण के लिए अनुकूल वातावरण मिला जिससे बाघों की वंश वृद्धि होती रही , लगातार सांमने आ रही शावकों के जन्म से अब सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़कर 43 हो गया है।
राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा ने भी सरिस्का में निरंतर बाघों का कुनबा बढ़ने पर खुशी जताई है।