लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आ चुके है इन एग्जिट पोल में कई नेताओं के चेहरे खिल उठे है तो कोई मायूस हो गया है , लेकिन फिर भी सही परिणाम का इंतजार बना हुआ है जो 4 जून को आने है । फिर भी एग्जिट पोल पर राजस्थान की बात करे तो यहां से भाजपा को 19 से 21 सीट आने का अनुमान बताया गया है हालांकि कई एग्जिट पोल में आठ से नो सीटो पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है ,आज हम बात करते है राजस्थान कि उन छह सीटो की जहां से भाजपा को झटका लग सकता है , हॉलांकि यह सब एग्जिट पोल की तरह चर्चाए है फिर भी इन सीटो के परिणामो को लेकर चारो तरफ चर्चा है ।
चुनांव खत्म होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल में बीजेपी को राजस्थान की 25 सीटो में 19 से 21 सीट मिलते दिख रही है. वहीं कांग्रेस को 4 से 5 सीट मिलते दिख रही है. हालांकि बीजेपी का अब भी दावा है कि वह प्रदेश में 25 सीटें जीत रही है. जबकि कांग्रेस का दावा है कि वह 10 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है….
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इन सीटों में बाड़मेर-जैसलमेर, नागौर, दौसा, चूरू और सीकर लोकसभा सीट हो सकती है. क्योंकि इन सीटों पर कांग्रेस या कहें INDIA गठबंधन का पलड़ा भारी दिख रहा था. आपको बता दें, इन पांच सीटों में जालोर सिरोही लोकसभा सीट का जिक्र नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अशोक गहलोत को झटका लग सकता है. क्योंकि इस सीट पर उनके बेटे वैभव गहलोत मैदान में हैं…
पांच सीटो में सबसे पहले बात करते है सीकर सीट की , सीकर लोकसभा सीट पर भी उलटफेर के संकेत मिले हैं. इस सीट पर कांग्रेस समर्थित सीपीआई (एम) के अमराराम मैदान में हैं. अमराराम के सपोर्ट में आदिवासी समाज दिख रहा है. जबकि बीजेपी ने स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को मैदान में उतारा है. फलोदी सट्टा बाजार की बात करें तो यहां अमराराम का भाव स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से काफी कम है. जहां अमराराम का भाव 40-50 पैसे है तो सुमेधानंद का भाव 1.5 रुपये तक जा रहा है. यानी अमराराम के जीत के आकलन किये जा रहे हैं.
वही बात चूरू लोकसभा सीट की करे तो यहां कांग्रेस के राहुल कास्वां की वजह से काफी अहम हो गई है. क्योंकि वह पहली बार कांग्रेस की ओर से मैदान में उतरे हैं. माना जा रहा है कि चूरू लोकसभा सीट पर कास्वां परिवार को समर्थन मिलता आ रहा है. हालांकि इस बार बीजेपी ने देवेंद्र झाझरिया पर दांव खेला है. और उनके लिए पीएम मोदी ने खुद बैटिंग की है. लेकिन इसके बाद भी चूरू में राहुल कास्वां को लेकर आकलन किया जा रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी राहुल कास्वां का भाव देवेंद्र झाझरिया से काफी कम है. यानी यहां से कांस्वा सीट निकाल सकते है ।
दौसा लोकसभा सीट पर भाजपा के डॉक्टर किरोड़ी मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है , दौसा लोकसभा सीट काफी अहम सीट बन गई है जब से किरोड़ी लाल मीणा ने कन्हैया लाल मीणा के जीत का दावा करते हुए हारने पर मंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, इस सीट पर बड़े उलटफेर के संकेत दिख रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा के आगे निकलने का आकलन किया जा रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी इस सीट को लेकर किये गए आकलन में मुरारी लाल मीणा को आगे देखा जा रहा है. वहीं आंकड़ों का समीकरण से यह सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है ।
नागौर लोकसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल की जीत का अनुमान लगाया जा रहा है. उन्होंने पहले भी इस सीट से जीत दर्ज की थी. जबकि खुद बीजेपी के बड़े नेता भी कह चुके हैं कि नागौर सीट पर बीजेपी को हार का सामना पड़ सकता है. हालांकि, बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने पूरी ताकत झोंकी थी.ज्योति मिर्धा कोंग्रेस छोड़कर भाजपा में आई थी वही हनुमान ने पिछला चुनांव भाजपा के गठबंधन पर लड़ा था और जीते थे इस बार हनुमान ने पाला बदल कर कोंग्रेस गठबंधन के साथ चुनांव लड़ा है ।
बाड़मेर जैसलमेर सीट पर भले ही रविंद्र सिंह भाटी ने खूब सुर्खियां बटोरी हो. लेकिन आंकड़ों की मानें तो यहां कांग्रेस के उमेदा राम बेनीवाल का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी कुछ ऐसा ही आकलन सामने आ रहा है. जहां उमेदा राम बेनीवाल का भाव सबसे कम दिख रहा है. एग्जिट पोल में भी रविंद्र भाटी के हक में आंकड़ा नहीं दिख रहा जहां 1 सीट भी निर्दलीय के खाते में नहीं दिख रहा है. फिलहाल कह सकते है यह सीट भी कोंग्रेस के खाते में जा सकती है ।
कुल मिलाकर इन एग्जिट पोल से फिलहाल सुमेधानन्द सरस्वती , ज्योति मिर्धा , देवेंद्र झाझड़िया , कैलाश चौधरी और कन्हैयालाल मीणा की चिंता जरूर बढ़ गयी है वही कोंग्रेस के मुरारी लाल मीणा , उम्मेदाराम बेनीवाल , राहुल कांस्वा ,आरएलडी के हनुमान बेनीवाल सहित सीपीएम के अमराराम के समर्थकों में खुशी का माहौल है , अगर ऐसे ही परिणाम आते है तो कोंग्रेस के लिए खुशी इसलिए भी ज्यादा हॉगी क्योंकि पिछले दो लोकसभा चुनावों 25 की 25 सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की थी ।