अलवर में बढ़ते जल संकट को देखते हुए अलवर जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने कन्टीजेंन्सी प्लान के तहत एमआईए में की गई तीन बोरिंगों व कटी घाटी क्षेत्र हुई तीन बोरिंगों एमआईए पम्प हॉउस तथा जीएसएस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता एनसीआर को निर्देश दिये कि अविलम्ब इन बोरिंगों का कनेक्शन कराकर चालू करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि कन्टीजेन्सी प्लान के तहत स्वीकृत बोरिंग को कनेक्शन कराकर तुरन्त प्रभाव से चालू करावे। उन्होंने कटी घाटी क्षेत्र के 3 बोरिंगों को 24 घंटे में चालू कराने व एमआईए के 3 बोरिंगों को 2 दिन में चालू कराकर शहर में पेयजल आपूर्ति शुरू करने के निर्देश दिए।
पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता एनसीआर अलवर ललित करोल ने बताया कि एमआईए में की गई इन छह बोरिंगों के चालू होने से प्रतिदिन 10 लाख लीटर पानी की आपूर्ति में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि अलवर शहर में जल उत्पादन बढाने हेतु ग्रीष्म कन्टीजेन्सी कार्यों के अन्तर्गत 7 नलकूपों की स्वीकृति प्रदान की गई है जिनमें से 6 नलकूपों की ड्रिलिंग कर 1 नलकूप को कमीशन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जल उत्पादन बढने से स्कीम नं. 4 क्षेत्र के पेयजल वितरण अंतराल को पुनः 72 घंटे से 48 घंटे कर दिया गया है। शेष 6 नलकूपों में से कटीघाटी क्षेत्र में विकसित किये गये 3 नलकूपों को कनेक्शन किया जाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि इन सभी नलकूपों को 3 जून तक कमीशन कराया जाएगा। शेष 6 नलकूपों से बढी हुई जल आवक का आकलन कर इनसे शेष 9 जोनों में जल उपलब्धता का विश्लेषण करते हुए अधिकतम जोनों में पेयजल वितरण अंतराल को 72 घंटे से 48 घंटे किया जाना प्रस्तावित है।
पम्प हाउस व जीएसएस का निरीक्षण किया
जिला कलक्टर ने शहर की पेयजल व्यवस्था सुधार हेतु एमआईए में पम्प हाउस एवं 220 केवी जीएसएस का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिये कि इनका रखरखाव उचित ढंग से किया जावे। उन्होंने निर्देश दिये कि कोई भी तकनीकी खराबी होने पर तुरन्त दुरूस्त करावे ताकि विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होवे।
इसलिए दौरान जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ललित करोल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।