Loading...

Stvnews Online

#क्राइम न्यूज़ #देश-दुनिया #राज्य

बहरोड लोकप ब्रेक कांड फेमस बदमाश पपला को अब किसमे मिली उम्रकैद…

अलवर जिले के बहरोड थाने के लॉकअप में बन्द पपला गुर्जर को उसके साथी बदमाश फायरिंग करते हुए लॉकअप तोड़कर उसे छुड़ा ले गए थे ऐसा लॉकअप ब्रेक कांड राजस्थान में पहलीबार हुआ था , उसके बाद कई महीनों की कड़ी मशक्कत के बाद राजस्थान पुलिस ने पपला को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया था तब से वह जेल में बन्द है पपला गुर्जर को अब श्रीराम हत्याकांड में उम्रकैद की सजा मिली है , विक्रम उर्फ पपला गुर्जर की कभी पहलवान के रूप में पहचान थी। अपने गुरु की हत्या का बदला लेने के लिए उसपर एक हत्या का आरोप लगा। इसके बाद उसपर गवाहों की हत्याओं के आरोप लगते गए और ऐसे करते-करते हरियाणा-राजस्थान का नामी गैंगस्टर बन गया था ।

नारनौल की जिला अदालत ने विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को बिहारीपुर निवासी श्रीराम की हत्या के मामले में सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई। पपला गुर्जर की फरवरी 2014 से पहले खरोली गांव में एक पहलवान के रूप में पहचान थी। वह अपने गुरु शक्ति गुर्जर का सम्मान करता था। पपला गुर्जर के गुरु पहलवान शक्ति सिंह की हत्या के मामले में गांव खरोली के संदीप का मुखबिरी में नाम आया था। पपला गुर्जर ने अपने गुरु की हत्या का बदला लेने के लिए जुर्म की दुनिया में कदम रखा।

गुरु शक्ति पहलवान की हत्या में गिरफ्तार खरोली निवासी संदीप को जमानत मिल गई थी। आरोप है कि जैसे ही संदीप पेशी पर नारनौल कोर्ट पहुंचा तो पपला गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर संदीप की हत्या कर दी। संदीप हत्याकांड में उसके नाना श्रीराम को मुख्य गवाह बनाया गया था। संदीप के नाना की जान को खतरा देखते हुए पुलिस ने उन्हें सुरक्षा भी दी थी। इस बीच पपला ने 21 अगस्त 2015 को घर में घुसकर संदीप की मां बिमला की गोली मारकर हत्या कर दी।

15 नवंबर 2015 को पपला गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिहारीपुर गांव में घर पर धावा बोलकर श्रीराम को गोली मार दी थी। इस घटना के समय श्रीराम के घर पर दो पुलिसवाले भी मौजूद थे। इसके बावजूद श्रीराम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

पपला गुर्जर ने हरियाणा सीमा से लगते राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड , नीमराना ,शाहजहां पुर , भिवाडी और तिजारा में भी अपने गैंग बना रखी थी जो आये दिन रंगदारी के लिए काम करते थे , 2019 में बहरोड पुलिस ने पपला गुर्जर को नाकेबंदी के दौरान 31 लाख रु के साथ गिरफ्तार किया था , लेकिन दूसरे दिन सुबह पपला के साथी बदमाशो ने थाने पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए लॉकअप में बन्द पपला गुर्जर को छुड़ा लेकर फरार हो गए थे जिसके बाद उसे महाराष्ट्र के कोल्हापुर से उसकी महिला मित्र के घर से गिरफ्तार किया गया था 

0

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!