दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच एक गठबंधन हुआ था, जबकि पंजाब में दोनों ही दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में हरियाणा , दिल्ली और गुजरात में वोटिंग हो चुकी है और पंजाब में 1 जून को होनी है। ऐसे में पंजाब में आप-कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के साथ गठबंधन के फ्यूचर को लेकर सीएम केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। केजरीवाल ने एक मीडिया ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच कोई भी परमानेंट गठबंधन नहीं है। केजरीवाल ने दावा तो किया है कि 4 जून के बाद इंडिया गठबंधन की देश में सरकार बनेगी, लेकिन उन्हीं केजरीवाल ने यह भी संकेत दे दिए हैं, कि अगर रिजल्ट उनके दावे के उलट आया तो वे इस विपक्षी गठबंधन से अलग भी हो सकते हैं ,अब इससे यह माना जा रहा है केजरीवाल और कोंग्रेस का सिर्फ चुनावी गठबंधन है जो परिणामो के आने बाद दिशा तय करेगा । साथ ही उन्होंने कहा कि न तो हमने कोंग्रेस से लव मैरिज की है और न ही अरेंज… हम लोग देश बचाने के लिए 4 जून तक चुनाव लड़ने के लिए साथ आए हैं, बस इसलिए इस रिश्ते को कोई नाम देने की जरूरत ही नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल और केवल बीजेपी का हराना है बस।
आप पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ और पंजाब में कांग्रेस के खिलाफ लड़ने को लेकर कहा कि दिल्ली और चंडीगढ़ में जहां-जहां जरूरत थी, वहां-वहां बीजेपी को हराने के लिए हमने कांग्रेस-आप का साझा एक प्रत्याशी उतारा, पंजाब में बीजेपी का कोई वजूद नहीं है, जिसके चलते हम पंजाब में अलग-अलग चुनावी मैदान में हैं।
अभी चार जून को परिणाम आने है उससे पहले ही केजरीवाल के इस तरह के बयान किस तरफ इशारा करते है यह तो समय बताएगा