इस साल देश के सबसे बड़े दानवीर में एच सी एल कंपनी के को फाउंडर शिव नादर और उनके परिवार का नाम सामने आया है , 2023-24 में इस ग्रुप ने 2153 करोड़ का दान दिया है , बताया जा रहा है शिव नादर पिछले पांच साल से दान देने वालो में पहले स्थान पर है इस लिस्ट में अंबानी परिवार दूसरे नंबर पर है जिन्होंने 407 करोड़ रु दान किए है ।
सामने आई देश के दानवीरों की लिस्ट में एचसीएल टेक्नोलॉजी के शिव नादर परिवार ने दान देने में सभी अमीरों को पीछे छोड़ दिया है। वित्त वर्ष 2023-24 में नादर परिवार ने 2,153 करोड़ रुपये का दान किया। एक साल पहले की तुलना में यह पांच फीसदी अधिक है दान बताया जा रहा है । वही महिलाओं में रोहिणी नीलेकणी सबसे आगे रही जिन्होंने 154 करोड़ रु दान किए है ।
आपको बता दे शिव नादर का जन्म तमिलनाडु के तिरुचेंदूर में एक हिंदू परिवार में हुआ। शिव नादर एक साधारण परिवार में पले-बढ़े। उन्होंने अपनी शिक्षा टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल, कुंभकोणम से पूरी की। इसके बाद शिव नादर ने लोयोला कॉलेज, चेन्नई से प्री-यूनिवर्सिटी डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि हासिल की। शुरुआत से ही उनका मैथ्स और इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रति झुकाव था। नादर ने पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की
आज शिव नादर देश के प्रमुख उद्योगपति एवं समाजसेवी हैं। वे एचसीएल टेक्नॉलोजीज के अध्यक्ष एवं प्रमुख रणनीति अधिकारी हैं। सन् 2010 में उनकी व्यक्तिगत सम्पत्ति 4.2 बिलियन अमेरिकी डालर के बताई गई है उन्हें 2088 में भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया था।
शिव नादर एक भारतीय उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति जाने जाते है , जो वैश्विक आईटी सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष और संस्थापक हैं। उन्होंने जुलाई 2020 में एचसीएल टेक के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को यह पद सौंप दिया था , जुलाई 2021 में, सी विजय कुमार को संगठन का सीईओ और एमडी नियुक्त किया गया।
अरबपति शिव नादर फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं। नादर देश में कंप्यूटिंग और आईटी उद्योग के अग्रदूतों में से एक हैं। उनके दोस्त उन्हें प्यार से ‘मैगस’ कहते हैं, जिसका प्राचीन भाषा में अर्थ ‘जादूगर’ होता है।
वर्तमान में शिव नादर हिंदुस्तान कंप्यूटर लिमिटेड (HCL) ग्रुप के मानद अध्यक्ष भी हैं। बता दें कि शिव नादर ने ही साल 1976 में एचसीएल ग्रुप की स्थापना की थी। एचसीएल भारत की पहली कंपनी है जिसने सबसे पहले स्वदेशी कंप्यूटर का निर्माण किया। शिव नादर को उनके सामाजिक योगदान के लिए साल 2008 में पद्मभूषण सम्मान से भी नवाजा गया था ।
शिव नादर ने साल 1976 में अपने 5 दोस्तों के साथ कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाने के लिए एक गैरेज में हिंदुस्तान कंप्यूटर लिमिटेड (HCL) की स्थापना की थी। आज के दिन एचसीएल का रेवेन्यू 12.8 बिलियन है और यह भारत के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर में से एक है। वहीं, कंपनी दुनिया के 60 देशों में 2,25,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती है।
शिव नादर का नाम भारत के सबसे बड़े परोपकारी और समाजसेवियों में शुमार हैं। शिव नादर ने अपने ‘शिव नादर फाउंडेशन’ को 1.1 बिलियन डॉलर का दान दिया जो एजुकेशन के क्षेत्र में काम करती है। इस फाउंडेशन से सीधे 36,000 बच्चों को फायदा पहुंचता है। फोर्ब्स इंडिया के अनुसार, शिव नादर भारत के 55वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। शिव नादर की कुल संपत्ति 27.4 बिलियन डॉलर आंकी गई है