विश्व विख्यात जगत पिता ब्रह्मा जी की नगरी मानी जाने वाली पुष्कर में कार्तिक माह के अवसर पर आयोजित धार्मिक व आध्यात्मिक अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले का शुभारंभ जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने झंडा रोहण के साथ किया इस दौरान जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित देशी विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए ।
इस दौरान निकाली गई ऊंट रैली आकर्षण का केंद्र रही वही ऊंटों के नृत्य ने सबको रोमांचित कर दिया साथ ही छात्राओं ने शानदार सामूहिक नृत्य पेश किया।
इस मौके पर जिला कलेक्टर लोकबंधु ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर मेले की बेतहर व्यवस्थाएं की गई है, जो भी कमियां सामने आ रही है, उन कमियों को अधिकारियों की टीमें दुरस्त कर रहे है।
जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने कहा कि मेले के दौरान माकूल पुलिस जाप्ता तैनात किया है। पंडित कैलाश नाथ दाधीच ने बताया कि पुष्कर मेले का पौराणिक धार्मिक महत्व है। सारे तीर्थों का गुरु पुष्कर राज है। एकादशी से पूर्णिमा तक 33 करोड़ देवी देवता निवास करते है। कार्तिक माह में पुष्कर सरोवर में स्नान करने से, ब्रह्माजी के दर्शन करने व दान करने से करोड़ो गुना फल व पुण्य मिलता है। अबकी बार एकादशी से पूर्णिमा तक चार दिन का ही मेला चलेगा ,कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति कमल पाठक सहित कई अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा, मेले का है धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व जिस वजह से देश विदेश से लोग इस पुष्कर मेले में शामिल होते है ।