भरतपुर , राजास्थान
भरतपुर के पीपला में एक बार फिर धर्मांतरण का मुद्दा गरमा गया है , एक सप्ताह में यह दूसरा मामला सामने आया है, चंगेजी सभा के नाम से चल रहे इस अभियान में यूपी के गरीबो को भरतपुर लाकर धर्मांतरण करने की सूचना पर हंगामा हो गया ।
इस अभियान को पति पत्नी चला रहे थे , धर्मांतरण सेंटर पर घर से बाइबल और सर्टिफिकेट भी मिले है , इस मामले में पुलिस ने दो महिला और एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है ।
पूछताछ में सामने आया की एक व्यक्ति के धर्मांतरण करवाने के 10 हजार रुपये मिलते थे। यहां चल रहे सेंटर एक दो महिलाओ सहित तीन को गिरफ्तार किया है । इस दौरान कुछ लोग भाग निकले ।
विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष लाखन सिंह ने बताया की, विश्व हिन्दू परिषद द्बारा धर्मान्तरण करवा रहे सेंटरों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। आज हमें पता लगा पीपला गांव में धर्मांतरण की प्रक्रिया चल रही है। हम मौके पर पहुंचे और प्रशासन को सूचित किया। जैसे ही हम सेंटर पर पहुंचे तो, वहां मौजूद लोग खेतों में होकर भागने में कामयाब रहे। पीपला में चल रहे सेंटर को अजय नाम का व्यक्ति चला रहा है। जिसके पास धर्मांतरण करवाने का सर्टिफिकेट है। अजय के पास दूसरा सर्टिफिकेट है थेलॉजी का है। इसका मतलब वह व्यक्ति जहां भी हाथ लगाएगा वहां से सारी बीमारियां सही हो जाएंगी।
पति पत्नी चलाते हैं सेंटर
अजय लोगों को भ्रमित कर धर्मांतरण करवा रहा था। जब हम लोगों ने अजय और वहां मौजूद लोगों से पूछा की, वह किस चीज की सभा करवा रहे थे। तो उन्होंने बताया की, हम ईसाई हैं जिस पर हमने कहा आपका नाम तो अजय है, तो उसने बताया पहले हम हिंदू थे। अब हम ईसाई धर्म में कन्वर्ट हो गए हैं। जिस पर हमने कहा की, आप अगर ईसाई बन गए हो तो, आप सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को छोड़िये। जिसके बाद अजय ने बताया की, 1 व्यक्ति के धर्मांतरण का हमें 10 हजार रुपये मिलते हैं। इसके अलावा धर्म बदलने वाले व्यक्ति को अलग से रुपये देते हैं। यह लोग पैसे का लोभ लालच देकर और बीमारियां सही करवाने की बात कहकर धर्म परिवर्तन करवाते हैं। जब हम मौके पर पहुंचे तो, वहां 20 से 25 लोग थे लेकिन, वह वहां से भागने में कामयाब हो गए। ग्रामीणों ने बताया की शुक्रवार और रविवार को इनकी सभाएं चलती हैं। फिलहाल पुलिस ने अजय उसकी पत्नी और उसकी भाभी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पीपला गांव यूपी सीमा पर है यहां चल रही सभा मे यूपी के 40 गरीब लोगो को बुलाया गया था , यहां सेंटर चला रहे अजय नाम के व्यक्ति के पास पादरी का सर्टिफिकेट था , एसपी मृदुल कच्छावा ने कहा जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की गई है दोनों मामलों की जांच करेगी ।