बहरोड
बहरोड की राजनीति की चर्चा पूरे प्रदेश में रहती हैराठ क्षेत्र की राजनैतिक हस्तियों ने प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है , बहरोड़ विधानसभा यादव बाहुल्य सीट मानी जाती है यहां से दो बार घासीराम यादव , तीन बार सुजान सिंह ,दो बार डॉक्टर करण सिंह , दो बार डॉक्टर जसवंत यादव ,एक बार महंत चांद नाथ विधायक रह चुके हैं मौजूदा समय में यहां से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव है , बलजीत यादव ने भले ही गहलोत सरकार को समर्थन दिया हो लेकिन क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार बलजीत यादव का विरोध करते रहे हैं , यहां तक की कांग्रेस के ही एक नेता संजय यादव ने बहरोड़ विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर स्कूलों में सप्लाई की गई खेल सामग्री किट में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे , बलजीत यादव हमेशा किसी न किसी वजह से चर्चाओं में रहते आए हैं बलजीत ने बेरोजगारी की मांग को उठाते हुए प्रदेश की सभी 200 विधानसभाओं में दौड़ लगाकर युवाओं को रोजगार देने की सरकार से मांग उठाई , उसके हालांकि कोई सार्थक परिणाम अभी तक सामने नहीं आ पाए ।
अब एक बार फिर 2023 के चुनाव सामने है संभावना है दिसंबर के शुरुआत या मध्य में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं लेकिन क्या बहरोड से बलजीत यादव इस बार अपनी सीट निकल पाएंगे यह बड़ा सवाल है , दरअसल बलजीत यादव के खिलाफ भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस कि भी सभी कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने बलजीत यादव को हराने में पूरी ताकत झोंक रखी है , वही डॉक्टर जसवंत यादव तो ऐलान ही कर चुके हैं कि उन्होंने राजनीति से संन्यास की घोषणा भले ही कर रखी हो , लेकिन भाजपा ने अगर मोहित यादव को बहरोड से टिकट नहीं दिया तो वह बहरोड से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे , उनका दावा है कि वह बलजीत यादव को निपटाना चाहते हैं ,डॉक्टर जसवंत यादव का आरोप है कि उनके बेटे मोहित यादव पर जानलेवा हमला विधायक बलजीत यादव द्वारा कराया गया , इसलिए वह बलजीत यादव को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहते हैं ।
लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि डॉक्टर जसवंत एक तीर से कई शिकार कर रहे हैं वह इस तरह की बयान बाजी से न सिर्फ बलजीत पर हमला कर रहे हैं , बल्कि वह इशारों इशारों में भाजपा नेतृत्व को भी चुनौती दे रहे हैं कि बहरोड से मोहित यादव को ही टिकट मिलनी चाहिए नहीं तो वह स्वयं बहरोड से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे , यह धमकी सिर्फ भाजपा के लिए ही है या कहीं यह इशारा सांसद बाबा बालक नाथ की तरफ तो नहीं है , जिनकी यह भी चर्चा है बाबा बालक नाथ बहरोड विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं , अगर ऐसा होता है तो यहां से डॉक्टर जसवंत यादव को अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई तो नजर आ रही है , बहरहाल डॉक्टर जसवंत यादव के बेटे मोहित यादव एक साफ़ सूत्री छवि के भाजपा के युवा नेता हैं जो 2018 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी थे , भले ही वह चुनाव हार गए हो , लेकिन क्षेत्र में वह लगातार सक्रिय बने हुए हैं , इन संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि मोहित यादव को पार्टी तिजारा या मुंडावर से भी टिकट दे सकती है , हालांकि भाजपा से टिकट मांगने वालो में बहरोड से बलवान यादव , देवेंद्र यादव डॉक्टर नीलम यादव और डॉक्टर शानू यादव सहित करीब एक दर्जन लोग है जो भाजपा से दावेदारी कर रहे है लेकिन अभी टिकट के चयन तक चर्चाओ का दौर यू ही चलता रहेगा ।