दिल्ली में बीजेपी करीब 27 सालों के बाद सत्ता में वापसी हुई है इस बार भाजपा ने ने कुल 70 में से 48 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है वही आप पार्टी 62 से 22 पर आ पहुंची है , अब भाजपा में मुख्यमंत्री की पर्ची किसके नाम की खुलने वाली है यह अभी किसी को नहीं पता क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हमेशा चौंकाने वाले फैसले सामने आए है हाल ही एक साल पूर्व राजस्थान में बनी सरकार में वसुंधरा राजे को दरकिनार करते हुए विधायक भजन लाल को मुख्यमंत्री बनाया गए , भजन लाल पहली बार ही विधायक बने और राजनाथ सिंह उनके नाम की पर्ची लेकर आए और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया , अब दिल्ली में किसकी लॉटरी खुलने वाली है इस पर सभी की निगाहे टिकी है । इस मामले में राजनीतिक विश्लेषकों का ऐसा दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद ही दिल्ली में मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा. फिलहाल पीएम मोदी 10 से 12 फ़रवरी तक फ्रांस में और उसके बाद 14 फ़रवरी तक अमेरिका में रहेंगे.
अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की रेस में सामने आ रहे नामो की बात करे तो करीब आठ नाम ऐसे है जिनपर पार्टी में मंथन शुरू हुआ इनमें अगर पार्टी किसी महिला को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देती है तो उनमें शालीमार बाग से विधायक बनी रेखा गुप्ता और ग्रेटर कैलाश से विधायक बनी शिखा राय के साथ साथ वजीरपुर की विधायक पूनम शर्मा और नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान का नाम सामने आ रहा है ,
वही पार्टी अगर किसी पुरुष विधायक पर सोचती है तो इस साल बिहार में विधानसभा के चुनाव हैं, ऐसे में बीजेपी किसी पूर्वांचली नेता पर दांव लगा सकती है और इसके लिए मनोज तिवारी फिट बैठ सकते है , वही
नई दिल्ली विधानसभा से अरविंद केजरीवाल को करीब 4 हजार वोट से हराने वाले प्रवेश वर्मा भी एक मजबूत दावेदार माने जा रहे है प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत साहिब सिंह वर्मा के बेटे है ।
इनके अलावा भी ऐसे कई नाम है जिनपर मंथन चल रहा है इसमें
करोल बाग विधानसभा से हारने वाले दुष्यंत गौतम का नाम की भी चर्चा है “अगर बीजेपी दलित चेहरे के तौर पर किसी को लाने का विचार करती है, तो दुष्यंत गौतम बाजी मार सकते हैं, भले वे चुनाव नहीं जीत पाए हैं.”
इसके अलावा “अगर बीजेपी को हिंदुत्व की पिच पर खेलना है तो कपिल मिश्रा को भी मौका दिया जा सकता है.”