केजरीवाल के आम आदमी पार्टी को इस बार दिल्ली की जनता ने सिरे से खारिज कर दिया है यहां तक कि आप पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल स्वयं विधानसभा चुनाव तक नहीं जीत पाए , भाजपा ने आप पार्ट के खिलाफ चुनावो में भ्रष्टाचार , शराब आबकारी नीति घोटाला सहित मुख्यमंत्री आवास यानी केजरीवाल के शीशमहल पर खर्च करोड़ों रु पर जमकर घेरा जिसका नतीजा भाजपा और आप पार्टी दोनों पर 40 का पड़ा यानी भाजपा आठ से 48 पर पहुंची तो आप 62 से 22 पर आ गई , आखिर भाजपा ने पूर्ण बहुमत से बाजी मारी , हालांकि अभी दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में इसका मंथन चल रहा है लेकिन उससे पहले दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने केजरीवाल के सरकारी आवास रहे 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर रिनोवेशन के नाम पर खर्च करोड़ों रु का जांच के आदेश दे दिए है ।
सीवीसी ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग उन आरोपों की विस्तृत जांच करने को कहा गया है 40 हजार वर्ग गज यानी 8 एकड़ में बने मुख्यमंत्री आवास यानी शीशमहल के रिनोवेशन के नाम पर किन किन नियमों की अनदेखी की गई ।
14 अक्टूबर 2024 को भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर अवैध तरीके से कराए जा रहे निर्माण कार्य की शिकायत सीवीसी से की थी ,
शिकायत में गुप्ता ने बंगले की साज-सज्जा पर ‘फिजूलखर्ची’ का आरोप लगाया। उन्होंने ‘बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता’ और करदाताओं के करोड़ों रुपये विलासितापूर्ण सुविधाओं पर खर्च करने का दावा किया। CVC ने इन शिकायतों पर PWD से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी। अब CVC ने PWD को विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। यह मामला दिल्ली की राजनीति में गरमा सकता है। देखना होगा कि PWD की जांच में क्या सामने आता है। CVC की कार्रवाई से आम आदमी पार्टी पर दबाव बढ़ सकता है।
शुरुआती रिपोर्ट मिलने के बाद अब विस्तृत जांच का आदेश जारी हुआ है. इस मामले में केजरीवाल पर कानूनी संकट का नया शिकंजा कसता नजर आ रहा है.