देवली उनियारा में बुधवार को उपचुनाव के लिए चल रहे मतदान के दौरान गांव समरावता गांव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा बूथ पर तैनात एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद पूरे क्षेत्र में बवाल मच गया , नरेश मीणा ने एसडीएम पर फर्जी वोट डलवाने के आरोप लगाए वही पुलिस ने भी नरेश मीणा और उनके साथियों को धक्के मारकर बूथ से बाहर निकाल दिया , इसके बाद नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए , देखते ही देखते नरेश मीणा के समर्थन में भारी भीड़ जमा हो गई , उधर एसडीएम पर थप्पड़ मारे जाने का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी नरेश मीणा को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए प्रदेश भर में आरएएस एसोसिएशन से जुड़े अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपे ।
इस मामले में आईपीएस विकास सांगवान सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा ।
रात करीब दस बजे भारी पुलिस बल नरेश मीणा को गिरफ्तार करने समरावता गांव पहुंचा , पुलिस ने नरेश को जीप में बैठा लिया लेकिन भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया ,पुलिस पर पथराव किया गया जिसमे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए वही उग्र भीड़ ने पुलिस जीप में भी आग लगा दी वही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आसुगैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा । इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस से आरोपी को छुड़ाकर भगवा दिया , ग्रामीणों द्वारा किए गए हमले में पुलिस के जवान महिपाल ,मुकेश और जितेंद्र घायल हो गए जिन्हे टोंक जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । मामला बढ़ता देख प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद करा दी ।पुलिस ने इस मामले में करीब दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है ।
गौरतलब है देवली उनियारा के गांव समरवाता में दोपहर करीब 12 बजे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा दौड़ते हुए पहुंचे और वहां ड्यूटी पर तैनात एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया इस दौरान नरेश मीणा की पुलिस कर्मियों से भी झड़प हुई , नरेश का कहना था गांव के लोग उपखंड मुख्यालय बदलवाने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर रहे थे लेकिन एसडीएम धमका कर लोगों से जबरन वोटिंग करा रहे थे उसकी जानकारी मिलने पर वे वहा पहुंचे थे जहां यह विवाद हुआ