इन दिनों राजस्थान समेत विभिन्न राज्यों के स्कूलों में छात्रों की अपार आईडी (APAAR ID) बनाने का काम चल रहा है। चाहे सरकारी हो या प्राइवेट, देश के सभी स्कूलों के बच्चों की यूनिक आईडी बनाई जा रही है जिसे अपार नाम दिया गया है आखिर क्या है इसका उद्देश्य क्या होगा इससे लाभ जानते है विस्तार से ..
दरअसल अपार आईडी यानी ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री- APAAR ID) के तहत सरकारी और निजी सभी स्कूलों के छात्र छात्राओं को इसमें अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराना है इसके लिए केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों ने अपने यहां के स्कूलों से कहा है कि वे हर छात्र की एक अलग खास पहचान बनाने के लिए उनके माता-पिता से सहमति लें। केंद्र सरकार की ‘वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी’ योजना के तहत यह अपार आईडी कार्ड बनाया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रत्येक छात्रों को 12 अंकों का एक यूनिक आईडी नंबर जारी किया जा रहा है जिसे अपार आईडी का नाम दिया गया है। अपार आईडी के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट apaar.education.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। हालांकि यह काम स्कूलों द्वारा पूरा किया जा रहा है।
इस अपार आईडी में एक छात्र की बचपन से लेकर हायर एजुकेशन तक पूरे शैक्षणिक सफर की डिटेल्स होगी। इसमें छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों का पूरा ब्योरा दर्ज होगा। इस योजना के तहत हर छात्र को आजीवन एक खास अपार पहचान मिल पाएगी।
अपार आईडी कार्ड में छात्र का नाम, लिंग, जन्मतिथि, पता, पैरेंट्स का नाम, फोटो के साथ-साथ उनकी शैक्षणिक यात्रा यानी जितनी पढ़ाई (मार्कशीट, सर्टिफिकेट, डिग्री, डिप्लोमा, प्रमाण पत्र) की है, इसके साथ ही कैरेक्टर सर्टिफिकेट, स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट सहित अन्य दस्तावेज भी मौजूद होंगे। छात्र की खेल प्रतियोगिता में हिस्सा, स्कॉलरशिप, जीते गए अवॉर्ड, स्किल ट्रेनिंग, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज, ओलिंपियाड में सहभागिता की जानकारी भी इस आईडी कार्ड में दर्ज कराई जाएगी। अपार आईडी में छात्र का ब्लड ग्रुप, ऊंचाई और वजन जैसी अतिरिक्त जानकारी भी शामिल हो सकती हैं।
अपार आईडी का सबसे बड़ा फायदा होगा कि इससे फर्जी एजुकेशननल डॉक्यूमेंट और डुप्लीकेट मार्कशीट जैसे मामलों पर नकेल कसेगी। फर्जीवाड़े की संभावनाएं बंद हो जाएंगी। कई बार लोग नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाकर नौकरी प्राप्त कर लेते हैं। ऐसे में योग्य उम्मीदवार रोजगार से वंचित रह जाते हैं। अपार आईडी के जरिए नियोक्ता एक क्लिक में उम्मीदवार की सारी जानकारी देख सकेंगे और सही उम्मीदवार का चुनाव कर सकेंगे।
ये छात्रों का डिजिटल लॉकर होगा जहां एक ही जगह से छात्र अपने डॉक्यूमेंट प्राप्त कर सकेंगे।