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डॉक्टर बेटी से दुष्कर्म और हत्या, कितने गुनहगार …?

9अगस्त की भयानक रात जब कोलकाता के सरकारी आर जी कर अस्पताल के सेमिनार में हवस के भेड़ियों ने फिर एक देश बेटी को अपना शिकार बनाया , उससे न सिर्फ दुष्कर्म हुआ बल्कि उसकी जघन्य तरीके से हत्या कर डाली , पीड़िता यहां एक ट्रेनी डॉक्टर थी जिसके साथ यह वारदात हुई , इस घटना ने एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है , इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा करने का ऐलान हुआ उसके बाद अस्पताल में अचानक हजारों की भीड़ ने हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की गई , इस भगदड़ में वहा मृतका के लिए न्याय की मांग कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स को भी भागकर अपनी जान बचानी पड़ी , सवाल है आखिर ये उपद्रवी कोन थे क्यों हमला हुआ , आरोप लगे भीड़ के बहाने उपद्रव कर वहा सबूत नष्ट करने का प्रयास किया गया , जबकि इससे पहले अस्पताल प्रशासन पर भी रिनोवेशन के नाम पर सबूतो से छेड़खानी के आरोप लगे है , माना जा रहा है इस वारदात के पीछे पूरा नेक्सेस है ,एक ड्रग माफिया है जिसने इस वारदात को अंजाम दिया , अभी तक जो एक आरोपी हत्थे चढ़ा है सीबीआई अब उससे पूछताछ कर एक एक कर सारी परते उधेड़ेगी ।

2016 में दिल्ली में निर्भया कांड हुआ जब दिसंबर माह में देर रात एक चलती बस में एक लडकी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ और हैवानियत की सारे हदे पार कर दी गई , उस युवती के गुप्तांगों में लोहे की रोड डाली गई , गंभीर घायल नग्न अवस्था में उसे सड़क पर पटक गए थे जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई थी , तब पूरे देश में बेटियो की सुरक्षा और दरिंदो की फांसी के लिए एक आंदोलन खड़ा हो गया था , आज फिर एक बार करीब एक दशक बाद एक डॉक्टर महिला के साथ उसी तरह की हैवानियत की गई , लेकिन अफसोस पूरे सिस्टम पर है , जब इस घटना की जानकारी सुबह सबको पता चली तो पीड़िता के घर जब फोन कर सूचना दी गई तो कहा गया की आप जल्दी अस्पताल आ जाइए आपकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है , जबकि अस्पताल के सेमिनार में नग्न अवस्था में खून से लथपथ लाश पड़ी थी , शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे , इतना ही नहीं परिजनों के बताया
सुबह 10 बजकर 53 मिनट पर पहला फोन आया। उन्होंने बताया कि वे दोपहर साढ़े 12 बजे अस्पताल पहुंचे और उन्हें दोपहर तीन बजे अपनी बेटी का शव देखने की अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि उन्हें तीन घंटे तक चेस्ट मेडिसिन विभाग में बैठाया गया था। आखिर सारा तंत्र किसे बचाने में लगा था सवाल उठना लाजमी है पहले आपको परिजनों का दर्द सुनाते है ।

पुलिस ने इस मामले में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया जो अस्पताल में एक पुलिस वोलेंटियर का काम करता था वह अस्पताल की पुलिस चौकी में बैठा रहता था और पूरे रौब के साथ अस्पताल में बेधड़क कही भी आता जाता रहता था , बताया जा रहा वह पोर्न फिल्म देखने और शराब का एडिक्ट्स था लेकिन जिस तरह से महिला के साथ घटना घटी उससे साफ जाहिर है इसमें एक नही कई लोगो के शामिल होने का अंदेशा लगाया जा रहा है , क्युकी जिस तरह से युवती को मारा गया , उसके शरीर में अनेकों फ्रेक्चर हुए , गुप्तांग से खून बह रहा था , चश्मे पर मारा गया जिससे उसकी आंख से खून निकल रहा था , युवती का एक पैर दाई तरफ एक पैर बाई तरफ था यानी उसके साथ किसी ने पैरो को पकड़ कर जबरन हैवानियत की हो , रोंगटे खड़े कर देने वाली इस वारदात के पीछे कोई ड्रग माफिया पर आरोप लगा रहा है तो कोई अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत के आरोप लगाता है ,आज पूरे देश में विशेष कर डॉक्टर समुदाय द्वारा प्रोटेस्ट किया जा रहा है लेकिन क्या सिर्फ यह एक डॉक्टर का मामला है नही वह किसी की बेटी है किसी की बहन है राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहेंगे लेकिन यह हादसा किसी के साथ भी हो सकता है इस संदर्भ में पूरे देश को एक होकर आवाज उठानी चाहिए चाहे प्रदेश की सरकार हो चाहे केंद्र की सरकार उनसे जवाब मांगना होगा आखिर बेटियो की सुरक्षा की जिम्मेदारी कोन लेगा ।
इस मामले में पूरे देश में आक्रोश देखा जा रहा है बेटियो की सुरक्षा और अपराधियों को बेनकाब कर फांसी की सजा की मांग की जा रही है ।

बाइट

अब सीबीआई जांच शुरू हो चुकी है सीबीआई ने आरोपी संजय रॉय से सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी है इसके अलावा सीबीआई अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष को पूछताछ के लिए शुक्रवार को अपने साथ ले गई थी और उनसे देर रात तीन बजे तक पूछताछ की गई थी. घोष दूसरी बार पूछताछ के लिए शनिवार सुबह साढ़े बजे से कुछ पहले सीबीआई कार्यालय पहुंचे. सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के पहले दौर में पूर्व प्राचार्य घोष से महिला चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया.

अभी सीबीआई उस एंगिल पर भी बारीकी से जांच में जुटी है की आखिर गाड़ियों में भर भर कर आई हजारों की भीड़ ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने के पीछे क्या सबूत मिटाना मकसद रहा , इस मामले में पुलिस ने 22 लोगो को हिरासत में लिया है उनसे भी सीबीआई सख्ती से पूछताछ करेगी उम्मीद है इस जघन्य कांड में शामिल सभी आरोपी बेनकाब होंगे और उस बेटी को न्याय मिल पाएगा ।

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