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34 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने फंदा लगाकर दी जान, न्याय में तारीख पर तारीख बनी मौत का कारण…

जौनपुर के मूल निवासी सॉफ्टवेयर इंजिनियर 34 वर्षीय अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु में उनके फ्लैट पर लटका मिला , मरने से पहले अतुल सुभाष ने डेढ़ घंटे का वीडियो बनाया और 24 पेज के लिखे सुसाइड नोट में जो दर्द भरी दास्तां बयां की उसमें न सिर्फ पत्नी सहित ससुराल जनों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का जिक्र है बल्कि उन्होंने पुलिस और न्यायपालिका की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठ गए है ।

एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष द्वारा आत्महत्या करने से पहले एक 24 पेज का सुसाइड नोट लिखा जिसमें उन्होंने पत्नी सहित ससुरालजनो के खिलाफ तो प्रताड़ना की बात लिखी लेकिन पुलिस सहित न्यायपालिका की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए है ,
आत्महत्या करने वाले अतुल सुभाष जौनपुर के मूल निवासी जो एक ए आई कंपनी में बंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम कर रहे थे उनकी शादी 2019 में जौनपुर निवासी निकिता सिंघानिया से हु वह भी आईटी इंजीनियर है शादी के एक साल बाद उनका बेटा भी हुआ लेकिन दोनो के बीच विवाद हो गया , 2021 में वह अपने बेटे को लेकर पीहर चली गई और अतुल के परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न , अप्रकृतिक यौन संबंध के लिए दबाव बनाने , मारपीट सहित 9 अलग अलग मामले दर्ज करा दिए , यह मामला पुलिस और कोर्ट तक पहुंचा इससे वह इतना परेशान हुआ कि उसे आत्महत्या करने को विवश होना पड़ा ।

अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले जो लिखा पहले वह आपको बताते है 24 पन्ने के सुसाइड नोट ओर डेढ़ घंटे के वीडियो में उन्होंने शादी शुदा जिंदगी में सामाजिक ताने बाने की खामियां ,जीवन साथी के लालच और षड्यंत्र की दास्तां और कानूनी महकमे में भ्रष्टाचार को उजागर किया है , उन्होंने अपने चार साल के बेटे और माता पिता की सलामती की दुआ की है ।

पुलिस को अतुल के आत्महत्या की जानकारी एक एनजीओ के माध्यम से मिली , पुलिस ने अतुल के फ्लैट पर पहुंच कर वहां फंदे से लटके मिले शव को नीचे उतारा इस दौरान उसकी छाती पर एक कागज भी चिपका हुआ मिला जिसमें उसने लिखा न्याय अभी बाकी है ।

अपने सुसाइड नोट में उसने लिखा ससुराल वालों ने उन्हें और उनके परिवार को कानून का गलत इस्तेमाल कर प्रताड़ित किया है । उनके खिलाफ दर्ज 9 मुकदमों में दो साल में 120 तारीखों पर जाना पड़ा उन्हें एक साल में सिर्फ 23 छुट्टियां मिलती थी , इतना ही नहीं अतुल ने यह भी कहा न्यायलय के कर्मचारियों न उनसे समझौता करने के नाम पर पांच लाख मांगे , वही पत्नी ने भी एक करोड़ के बजाय तीन करोड़ की मांग की थी यहां तक कि सुसाइड नोट में लिखा मुझे उत्तरप्रदेश की न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है इस मामले को कर्नाटक शिफ्ट किया जाए साथ ही लिखा अगर उनकी पत्नी और उसके परिवार को सजा नहीं मिले तो मेरी अस्थियों को न्यायालय के बाहर गटर में बहा देना ।

फिलहाल इस मामले में मृतक के भाई ने निकिता सिंघानिया उसकी मां ,भाई और चाचा के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है जिसपर पुलिस अनुसंधान में जुटी है ।

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