तुराणा का युवक शेरों के बाड़े में कूदा , शेर ने गर्दन पर अटैक कर मार डाला,
बानसूर (कोटपूतली– बहरोड)…..
राजस्थान का एक युवक गुरुवार की शाम आंध्रप्रदेश के तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर चिड़ियाघर में शेरों के बाड़े में कूद गया। इस घटना में शेर द्वारा किये गए हमले मेवयुवक की दर्दनाक मौत हो गई।
मृतक प्रहलाद गुर्जर (38) बहरोड़-कोटपूतली जिले के बानसूर के तुराणा गांव का रहने वाला था। प्रहलाद पेशे से ट्रक ड्राइवर था। इधर घटना की सूचना मिलने पर परिवार के लोगो को मिली तो घर मे कोहराम मच गया ।
बताया जा रहा है कि जब वह कूदने वाला था तो वहां मौजूद गार्ड ने उसे रोका भी, लेकिन वह नहीं माना बताया जा रहा है , प्रहलाद शेर के साथ सेल्फी लेने के लिए बाड़े में कूदा था। लेकिन परिवार के लोगों का कहना है कि ये झूठ है, क्योंकि उसके पास स्मार्ट फोन नहीं था।
चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि वह शाम 4 बजे वह अकेले आया था। यहां विजिटर का टिकट उसके पास था। लेकिन वह घूमते-घूमते शेरों के बाड़े की तरफ चला गया जो प्रतिबंधित एरिया है। जब वह बाड़े की तरफ बढ़ने लगा तो गार्ड ने प्रहलाद को चेतवानी भी दी लेकिन वह माना नहीं।
इसके बाद वह छह फुट ऊंची बाड़ को पार कर शेरों के बाड़े में कूद गया। उस समय बाड़े में मौजूद नर शेर ने उसे नोच-नोचकर मार डाला। हालांकि शेर ने प्रह्लाद के शरीर का कोई भी हिस्सा नहीं खाया।
प्रह्लाद की गर्दन पर जहां शेर ने उसे पकड़ा वहां दांतों के निशान थे। चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके। हमले के बाद शेर को पिंजरे में बंद कर दिया गया और पुलिस भी इस मामले की जांच के लिए पहुंची।
मृतक प्रहलाद ड्राईवरी करता है उसके तीन बच्चे हैं। परिवार का खर्चा प्रहलाद की नौकरी से ही चलता है। दो छोटे भाई हैं, जिनकी शादी नहीं हुई। वहीं गांव में माता-पिता और दूसरे सदस्य खेती बाड़ी करते हैं।
चिड़ियाघर के कर्मचारियों को बाड़े की तलाशी के दौरान गुर्जर का पर्स मिला। जिसमें आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र थे, इसके बाद उन्होंने मृत व्यक्ति के परिवार से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि बाड़े से अभी तक कोई मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया ।
परिवार के लोगों ने बताया कि वह जयपुर की कंपनी का ट्रेलर चलाता था और करीब 9 साल से ड्राइवर था। मृतक का छोटा भाई माधुराम रिश्तेदारों के साथ शव लेने के लिए वहां पहुंचा , इस घटना की जानकारी मां-बाप और पत्नी-बच्चों को नहीं दी गयी कि प्रहलाद की हादसे में मौत हो चुकी है।
मृतक प्रहलाद गुर्जर के परिवार के लोगों का कहना है कि ऐसा कहा जा रहा है कि वह शेर के पास जाकर सेल्फी लेना चाहता था। जबकि ये तथ्य बिल्कुल गलत है, क्योंकि उसके पास सामान्य की-पैड फोन था।
गांव के सरपंच पति पीसी रावत का कहना है कि युवक के साथ अलग घटना हुई है। बॉडी पर अलग ही निशान हैं। शेर के पकड़ने का मतलब है कि पूरा मांस खींच लेना, जबकि शरीर पर ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया है ।
रिपोर्ट:अमित यादव बानसूर(कोटपूतली)