नीतीश कुमार नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं. 2020 से शुरू हुए बिहार विधानसभा के इस कार्यकाल में ही वे तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. मुख्यमंत्री वही रहते हैं, पूरे का पूरा विपक्ष बदल जाता है. नितिश कुमार ने फिर एक बार पाला बदलते हुए एनडीए के समर्थन से नोवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ली है ।
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने सोमवार को विश्वास मत जीत लिया , 243 सदस्यों वाले विधानसभा में विश्वास मत के समर्थन में 129 वोट पड़े , राजद , कांग्रेस और वाम दलों के विपक्षी गठबंधन ने वोटिंग के दौरान वर्कआउट किया , राजद के तीन विधायक प्रहलाद यादव , चेतन आनंद और नीलम देवी ने नीतीश सरकार के पक्ष में वोटिंग की , इससे पहले सदन में बहस के दौरान नीतीश ने आरोप लगाया था कि राजद भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थी , अब एनडीए सरकार इसकी जांच शुरू करेगी ।
विश्वास मत जीत के बाद सदन में लगे जय श्रीराम के नारे
वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा मैं हमेशा से नीतीश को दशरथ के रूप में देखता था , मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने महागठबंधन को धोखा देकर भाजपा निहित एनडीए का दामन फिर क्यों थाम लिया , इससे पहले सत्तारूढ़ गठबंधन ने स्पीकर पर से राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी को हटाने का प्रस्ताव दिया इसके पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 वोट पड़े थे , इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने वोटिंग कराई हजारी ने भी वोटिंग में हिस्सा लिया , विश्वास मत में जीत के बाद भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए