उदयपुर में राजपरिवार के दो पक्षों में देर रात जमकर बवाल हुआ यहां तक कि दोनों तरफ से उनके समर्थकों में जमकर पत्थरबाजी के साथ हिंसक झड़प सामने आई जिसमें पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हुए देर रात करीब साढ़े बारह बजे प्रशासन ने विवादित स्थल धूणी जानना महल को कब्जे में लिया नजर डालते है क्या है पूरा मामला ।
दरअसल पूर्व राज परिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी के तौर पर सोमवार को चित्तौड़गढ़ में पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित किया गया था इसके बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ उदयपुर पहुंचे थे , राजपरिवार की परम्पराओं के अनुसार राजतिलक के बाद उतराधिकारी उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित धूणी दर्शन की रस्म पूरी करते है जिसके तहत विश्वराज सिंह मेवाड़ सोमवार को राजतिलक के बाद वहां पहुंचे थे लेकिन उनके प्रवेश को लेकर उनके चाचा अरविंद सिंह के परिवार में विवाद हो गया , यहां सिटी पैलेस प्रबंधन ने विश्वराज सिंह मेवाड़ के काफिले को अंदर नहीं घुसने दिया जिस पर दोनों पक्षों के समर्थकों में जमकर बवाल हो गया यहां जमकर पत्थरबाजी हुई , जिसमे कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिली यहां तक कि कई पुलिस कर्मी भी इसमें चोटिल हुए पहले आप कुछ हंगामे की तस्वीरें देखिए यहां ।
हालात देखकर प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए दोनों पक्षों में खींचतान के चलते विश्वराज सिंह के काफिले को सिटी पैलेस के जगदीश चौक और शीतला माता मंदिर ,सुमेर बाग के पास काफिले को रोक दिया गया और भारी पुलिस बल तैनात कर समझाइश शुरू की , पांच घंटे तक नारे बाजी और धक्कामुक्की के बाद रात करीब साढ़े दस बजे दोनों तरफ से पत्थर बाजी शुरू हुई और कांच की बोतले फेंकी गई जिसमें कई लोग घायल हुए । इस दौरान विश्वराज के समर्थकों ने बेरीकेट्स गिराकर तीन गाड़िया अंदर घुसा दी और विश्वराज सिंह सिटी पैलेस रोड पर पैदल निकल पड़े लेकिन सिटी पैलेस प्रबंधन ने अंदर नहीं जाने दिया..
इस उत्तराधिकारी कार्यक्रम के विवाद के बीच सिटी पैलेस और एक लिंग जी मंदिर के कानूनी अधिकार का दावा करने वाले महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउंडेशन और एक लिंगजी ट्रस्ट ने दो सूचनाए प्रकाशित कराई जिसमें सिटी पैलेस और एकलिंग जी मंदिर में अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगा दी गई , फाउंडेशन के अध्यक्ष और एकलिंग जी ट्रस्ट के अध्यक्ष अरविंद सिंह है इस पक्ष के अनुसार विश्वराज इन संस्थानों में ट्रस्टी नहीं है ..
आखिर इस पूरे हंगामे के बाद रात करीब साढ़े बारह बजे जिला प्रशासन ने सिटी पैलेस में बड़ी पोल से धूणी और जानना महल तक के क्षेत्र को विवादित मानते हुए कब्जे में लेकर घंटाघर थानाधिकारी को रिसीवर नियुक्त कर दिया गया है । दोनों पक्षों के दो दिसंबर तक जवाब देने के लिए कहा गया है ।
आपको एक बार फिर बता दे उदयपुर के चितौड़गढ़ किले में पूर्व राज परिवार सदस्य एवं पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ का 77 वें उत्तराधिकारी के रूप में तिलक दस्तूर किया गया , इसके बाद राज परिवार की परम्पराओं के अनुसार विश्वराज उदयपुर सिटी पैलेस में धोनी माता दर्शन करने पहुंचे तो 3 घंटे तक यहां यह भारी हंगामा हुआ , विश्व राज के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने सिटी पैलेस के दरवाजे बंद कर दिए थे , संपत्ति को लेकर दोनों परिवारों में लंबे समय से विवाद चल रहा है , विश्वराज के गुस्साए समर्थकों ने इसका जमकर विरोध किया.. आपको बता दे की चित्तौड़गढ़ के किले में आखिरी बार साल 1531 में मेवाड़ महाराणा विक्रमादित्य का राजतिलक हुआ था …