उदयपुर में पिछले दिनों एक स्कूल में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल देवराज ने इलाज के दौरान दम तोड दिया , दरअसल उदयपुर में गहलोत सरकार के दौरान कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या कर दी थी लोग अभी उस घटना को भूल भी नही पाई की अब स्कूल में हुई चाकूबाजी में देवराज नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया यह मामला भी दो समुदायों से जुड़ा था जिसके चलते चाकूबाजी की यह घटना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और हिंदूवादी संगठनों ने जमकर आक्रोश प्रदर्शन किया , कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया , आगजनी और तोड़फोड़ हुई , हालांकि इस मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया था वही आरोपी के अवैध बने मकान पर भी बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया , उधर अंतिम सांसे गिन रहे देवराज ने आखिर रक्षाबंधन के दिन दम तोड दिया ,20अगस्त को सुबह करीब 5 बजे देवराज का शव परिजनों को सौंप दिया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया ।
यह सच है कि देवराज की मौत से एक परिवार ने अपना एक बेटा खोया है लेकिन रक्षाबंधन के दिन एक बहन ने अपना भाई भी खो दिया है . देवराज की बहन अस्पताल में उसे राखी बांधने पहुंची. कुछ समय बाद ही छात्र ने दम तोड़ दिया. अब आरोपी सहपाठी पुलिस हिरासत में है और आरोपी के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था ।
मंगलवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच देवराज की बॉडी अस्पताल से उसके घर पहुंचाई गई थी , सुबह 11.00 बजे के करीब उसका अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए शहर भर में पुलिस बल तैनात है. उदयपुर में इंटरनेट भी अगले 24 घंटे के लिए बैन किया हुआ है. वहीं, सरकार ने देवराज के परिवार को मुआवजे के रूप में 51 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को संविदा कर्मी पर नौकरी देने का ऐलान किया गया है.
मृतक के पिता ने कहा कि उनका पूरा भविष्य खत्म हो चुका है. अब उनका बच्चा नहीं रहा, परिवार उसी के सहारे जी रहा था. पिता ने कहा, “मैंने अपना बच्चा खो दिया. मैं चाहता हूं कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. मेरे बेटे के साथ जो हुआ वो किसी के साथ नहीं होना चाहिए.” देवराज के पिता का कहना है कि उनके बेटे की पूरी प्लानिंग के साथ हत्या की गई है…