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भिवाड़ी
साइबर सेल में नियुक्त पुलिसकर्मी अपनी ही एसपी की लोकेशन ट्रेस कर रहे थे ,सब इंस्पेक्टर सहित छह पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मेत्रई ने की पुष्टि
अलवर लोकसभा क्षेत्र के भिवाड़ी पुलिस महकमे में एक अजीब कारनामा सामने आया है यहां पुलिस कप्तान पर ही निगाह रखी जा रही थी , एसपी ज्येष्ठा मेत्रेई के मोबाइल लोकेशन ट्रेस की जा रही थे ,यह बात एसपी को छह अक्टूबर को जानकारी में आई तो उन्होंने तहकीकात शुरू की तो मामला हैरान कर देने वाला और सही निकला , इस मामले में सामने आया की उन्ही के विभाग साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर और 6 पुलिसकर्मी इसमें शाकिल थे जो एसपी के मोबाइल से लोकेशन ट्रेस कर रहे थे। सभी आरोपी पुलिसकर्मियों को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है लेकिन एसपी खुद स्तब्ध है की मेरे ही विभाग के कर्मचारी ऐसी हरकत करेंगे विश्वास नहीं हो रहा ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती ।
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने बताया की वह ईमानदारी से अपना काम कर रही है । मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरे ही विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस तरह से मुझे निराश करेंगे। मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि डिपार्टमेंट के पुलिसकर्मी मेरे मोबाइल से मेरी लोकेशन ट्रेस कर रहे हैं और मेरी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं मुझे गोपनीय रूप से 6 अक्टूबर को जानकारी मिली। इसके बाद मामले की जांच की और यह सच पाया गया तो तुरंत कार्रवाई की। सोमवार को साइबर सेल के इंचार्ज एसआई श्रवण जोशी, हेड कॉन्स्टेबल अवनीश कुमार, कॉन्स्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश को सस्पेंड कर दिया है।
एसपी ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस मुख्यालय को दी है। पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में और किन-किन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका है, इसकी भी जांच की जाएगी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई मध्य प्रदेश के गुना की रहने वाली हैं। उन्होंने 2017 में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। इसके बाद 2018 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद राजस्थान कैडर में पहली बार उदयपुर के गिर्वा सर्कल में एएसपी के रूप में पद स्थापित हुईं इसके बाद उन्हें भीलवाड़ा में एसपी का पद सौंपा गया और
फिर जयपुर क्राइम ब्रांच में डीसीपी के पद पर नियुक्त किया फिर उन्हें सिरोही, कोटपूतली, बहरोड़ में फील्ड में पोस्टिंग दी गई। अब भिवाड़ी एसपी के पद पर नियुक्त किया गया है। इस दौरान उन्हें खैरथल-तिजारा एसपी का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया था । अलवर में भी ट्रेनी पीरियड के दौरान मिलावटी दूध के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया था ।