हाल ही में प्रदेश भाजपा प्रभारी बनाए गए राधा मोहन द्वारा सचिन पायलट पर दिए गए बयान के बाद पायलट समर्थको के निशाने पर आ गए है , एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राधामोहन का जमकर विरोध कर रहे है , उदयपुर के एयरपोर्ट पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के बाहर खड़ी राधामोहन की गाड़ी को रोककर प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ता उनकी कार के सामने बैठ गए और राधा मोहन अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की.
पहले आपको बताते है आखिर क्या है पूरा मामला दरअसल भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल ने टोंक में कहा था, “जब तक अशोक गहलोत थे, सचिन पायलट भी थे, लेकिन उनके जाने के बाद अब सचिन पायलट भी जा चुके हैं.” अग्रवाल ने कहा था, अब टोंक की कहानियां बदल चुकी हैं और लोग अब पायलट को जमीन में गाड़ चुके हैं. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश का गुर्जर समाज अब कांग्रेस या पायलट के साथ नहीं है, बल्कि भाजपा के साथ है.”राधा मोहन के बयान के बाद प्रदेशभर में यूथ कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. बुधवार को युथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया. जयपुर में पीसीसी के बाहर प्रभारी का पुतला जलाया गया. वहीं शाम 4 बजे बीजेपी कार्यालय के सामने भी विरोध प्रदर्शित किया गया. भाजपा कार्यालय के बाहरी पोस्टरों पर भी स्याही फेंकी गई. युवा कांग्रेस का कहना है कि राधा मोहन अग्रवाल लगातार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, जिसका वे विरोध कर रहे हैं. भाजपा प्रदेश प्रभारी ने दौसा और टोंक जिलों में कांग्रेस के इतिहास को लेकर विभिन्न विवादित बयान दिए थे, जिसके चलते यह विरोध प्रदर्शन हुआ.
इस पूरे मामले पर सचिन पायलट ने कहा मैं कोई अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं करता , पायलट ने कहा, ‘आगे क्या होगा, यह जनता तय करेगी। प्रदेश में उपचुनाव होंगे। जो मुझे जानते हैं, वे कहेंगे कि मैंने कभी मर्यादा और संयम की सीमा नहीं लांघी।’ इस बात से हमारे बड़े से बड़े विरोधी भी सहमत हैं। सचिन ने कहा हम उस कांग्रेस से हैं, जिसका 130 साल पुराना इतिहास है। हम सत्ता पक्ष और विपक्ष, सत्ता में बैठे लोगों, सबको साथ लेकर चलते हैं। हमने वैचारिक रूप से बड़े नेताओं का भी विरोध किया, लेकिन भाषा का स्तर कभी गिरने नहीं दिया।कुल मिलाकर कांग्रेस के कुछ नेता यह भी कहते है राधामोहन अभी नए नए आए है उन्हे कोई जानता नही है इसलिए इस लिए वह सुर्खिया बटोरने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे है । खैर यह राजनैतिक बयानबाजी और आरोप प्रत्यारोप अभी उपचुनावों तक सियासी पारा बनाए रखेंगे ।