राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है इसमें अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट पर भी चुनाव होने है जहां से विधायक जुबेर खान के इंतकाल के बाद सीट खाली हो गई है जिसके चलते अब प्रमुख दोनो राजनैतिक दल तैयारियों में जुट गए है । यहां संभावना जताई जा रही की कांग्रेस से दिवंगत जुबेर खान की पत्नी साफिया खान को टिकिट दिया जा सकता है तो वही भाजपा भी किसी हिंदूवादी चेहरे को ही चुनाव मैदान में उतार सकती है क्योंकि रामगढ़ का चुनाव हिंदू मुस्लिम चुनाव होता आया है ।
रामगढ़ विधायक जुबेर खान रामगढ़ से 2023 में चौथी बार विधायक बने , लेकिन बीमारी के चलते उनका निधन हो गया , अब आगामी समय में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस दिवंगत जुबेर खान की पत्नी साफिया खान को टिकिट देकर सहानुभूति का भी लाभ लेने का प्रयास करेगी ,वैसे साफ़िया खान 2018 में भी रामगढ़ से चुनाव जीत कर विधायक बनी थी , इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे सुखवंत सिंह को हराया था ।
2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सुखवंत सिंह का टिकिट काटकर कट्टर हिंदूवादी नेता जय आहूजा को मैदान में उतारा , जय आहूजा तीन बार विधायक रह चुके ज्ञान देव आहूजा के भतीजे है , लेकिन जय आहूजा चुनाव हार गए थे ।
दरअसल रामगढ़ का चुनाव सीधा हिंदू मुस्लिम का माना जाता है इसलिए यहां की राजनीति भी ज्ञानदेव आहूजा और जुबेर खान के इर्दगिर्द घूमती रही है , 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा से बागी हुए सुखवंत सिंह ने आजाद समाज पार्टी के बैनर पर चुनाव लडा जिसका खामियाजा भाजपा प्रत्याशी को उठाना पड़ा और जुबेर खान आसानी से सीट निकाल ले गए थे ।
कांग्रेस ने रामगढ़ में होने वाले उपचुनाव की तैयारिया शुरू कर दी है इस मामले में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संगठन की मजबूती और समन्वय के लिए एक कमेटी का गठन किया है जिसमे जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा ,मुंडावर विधायक ललित यादव ,पूर्व मंत्री ममता भूपेश , फतेहपुर विधायक हाकम अली को शामिल किया गया है । योगेश मिश्रा ने बताया हमने चुनाव की तैयारिया शुरू कर दी है ।
अब भाजपा फिर कट्टर हिंदूवादी चेहरे को उतारने के मूड में नजरबाबा इसमें मुख्य रूप से जय आहूजा और दो बार अलवर शहर से विधायक रहे बनवारी लाल सिंघल के नाम सामने आ रहे है वही जय आहूजा भी एक मजबूत कड़ी है , जिनकी छवि भी कट्टर हिंदूवादी में गिनी जाती है , वही सुखवंत सिंह भी लोकसभा चुनाव के दौरान वापिस भाजपा में आ चुके है वह भी एक बार प्रयास में जुटे है की
पार्टी उन्हे मौका दे ।
कुल मिलाकर एक बार फिर अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर चुनावो की हलचल शुरू हो चुकी है देखना होगा जुबेर खान के निधन से कांग्रेस वासिस सीट ले पाती है या मतदाता प्रदेश की भाजपा सरकार के साथ जाकर भाजपा प्रत्याशी का साथ देती है ।