कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है इस बार कंगना ने किसान आंदोलन पर कुछ ऐसा बयान दिया की किसान संगठनों सहित विपक्षी राजनैतिक दलों ने कंगना का जमकर विरोध किया जिसके चलते भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कंगना को नसीहत दी की आगे से इस तरह के कोई बयान न दे , उधर किसान संगठन कंगना के माफी नही मांगने तक सार्वजनिक बहिष्कार का ऐलान किया है ,
दरअसल कंगना ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में किसान आंदोलन को लेकर दिए बयान में कहा था पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार और हत्याएं हो रही थीं। कंगना के इस बयान से सियासी महकमे में भूचाल मच गया है। विपक्षी दलों के नेता लगातार भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोल रहे हैं।इस बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने उनके इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि विवादित बयान बीजेपी की किसान विरोधी नीति ओर नीयत का एक और सबूत है।
राहुल गांधी ने अपने ऑफिशियियल ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है। 378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को बीजेपी सांसद का बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है।’
बता दें कि बीजेपी ने पार्टी सांसद कंगना रनौत के उस बयान से असहमति जताते हुए किनारा कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार और हत्याएं हो रही थीं। भाजपा ने कहा पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वह बयान देने के लिए अधिकृत हैं। इसके अलावा कंगना को पार्टी की ओर से निर्देशित किया गया है कि वह भविष्य में ऐसे बयान नहीं दें।