विधानसभा चुनावों से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ भ्र्ष्टाचार का मोर्चा खोलते हुए लाल डायरी से चर्चाओं में रहे पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा एक बार फिर चर्चाओं में है दरअसल राजस्थान में लोकसभा चुनावों में पांच विधायको के सांसद बन जाने से वहां अब उपचुनाव होने है , अब एक बार फिर राजेन्द्र गुढ़ा चुनावो में उतरने की तैयारी कर रहे है । गुढ़ा झुंझुनूं विधानसभा से उपचुनाव की तैयारी कर रहे है , जानकारी के अनुसार राजेंद्र सिंह गुढ़ा फिर से पाला बदलने जा रहे हैं। गुढ़ा ने साफ कर दिया है कि वो शिवसेना के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ेंगे।
बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा ने पिछले साल विधानसभा में लाल डायरी दिखाकर गहलोत सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था। जिस पर उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था।
दरअसल राजेंद्र गुढ़ा ने पिछले साल विधानसभा चुनावो से पूर्व लाल डायरी दिखाकर गहलोत सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था। जिस पर उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था।
उसके बाद राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना का दामन थाम लिया था। लेकिन अब उनके बयानो से ऐसा लग रहा है वह आगामी दिनों में होने वाले उपचुनाव में शिवसेना भी छोड़ देंगे और संभावना है वह ओवेसी की पार्टी में जा सकते है ।
राजेन्द्र गुढा ने 2018 में बसपा के टिकिट पर चुनांव लड़ा था और जीत के बाद गहलोत सरकार में शामिल होकर कोंग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी लेकिन गहलोत से विवाद के बाद उन्होंने लाल डायरी के साथ गहलोत सरकार के कथित भ्र्ष्टाचार पर हल्ला बोला था ।
राजस्थान की सियासत में लाल डायरी से सियासी हलचल मचाने वाले पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा एक बार फिर सुर्खियों में है। विधानसभा उपचुनावों में राजेंद्र गुढ़ा ने चुनाव लड़ने का संकेत दिया है।