डिप्टी सी एम प्रेम चंद बैरवा पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में रहे है खासकर उनके बेटे का जब से ओपन जीप चलाने का वीडियो वायरल हुआ वही बैरवा का नाम कांग्रेस की एक नेत्री ने बिना नाम लिए एक होटल और रशियन वाले मामले में जोड़ा हालांकि उसमे कोई तथ्यात्मक जानकारी नहीं मिल पाई लेकिन एक बार फिर उनके नाबालिग बेटे के जीप वाला मामला सुर्खियों में है अब जांच में आया है वह गाड़ी जिसे बैरवा के बेटा चला रहा था वह 1997 मॉडल की महिंद्रा जीप में कंपनी फिटेड 16 नंबर टायर की जगह दोगुने चौड़े टायर लगवा रखे थे और उसकी छत भी हटा दी थी ,अब मोटर वाहन अधिनियम 1989 की धारा 194 और (53 प्रथम) ए के तहत विभाग ने कार्यवाही करते हुए उसकी आर सी रद्द कर दी गई है । परिवहन विभाग ने उप मुख्यमंत्री के बेटे चिन्मय का चालान भी काटा है ।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस गाड़ी का पहला रजिस्ट्रेशन 1997 में हुआ था , अब जो गाड़ी है वह कार्तिकेय भारद्वाज के नाम से है जो चौथा मालिक है , 21 दिन पहले काटे गए चलन में पुलिस ने अल्ट्रानेशन , बिना सीट बेल्ट और खतरनाक तरीके से ड्राइविंग को आधार मानते हुए चालन बनाया था , इसमें धारा 53 प्रथम ए के तहत वाहन स्वामी के खिलाफ ₹5000 और वाहन चला रहे बैरवा के बेटे चिन्मय पर ₹2000 का जुर्माना लगाया था , चिन्मय का सीट बेल्ट के बिना गाड़ी चलाने और खतरनाक ड्राइविंग की धारा 94 बी में चालान काटा था , कार्तिके पर अल्ट्रानेशन के लिए जुर्माना लगाया था ,
एक बार फिर आपको बता दे यह मामला राजस्थान की भाजपा सरकार के उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा से जुड़ा है जिस वजह से यह सुर्खियों में रहा प्रेम चंद बैरवा के बेटे ने नाबालिग होते हुए अपने दोस्त की ओपन जीप की ड्राइविंग करते हुए उसकी रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की थी सबसे बड़ी बात है इनके पीछे पीछे एक सरकारी गाड़ी थी जो एस्कॉर्ट कर रही थी उस गाड़ी से ही उपमुख्यमंत्री के साहेबजादे नजरो मे आ गए थे । यह मामला पूरे देश की मीडिया में छाया तो मजबूरन विभाग को कार्यवाही करनी पड़ी वरना जिसका सरकारी गाड़ी एस्कॉर्ट कर रही हो उसके चालान काटने की हिम्मत विभाग कहा कर पाता यह आप और हम समझ सकते है ।