जयपुर नगर निगम महापौर मुनेश को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है , सोमवार को स्वायत शासन विभाग निदेशक ने प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार मामले में दोषी मानते हुए उनके निलंबन के आदेश दे दिए है , जिससे राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गई है । मुनेश गुर्जर को 13 माह में तीसरी बार निलंबित किया गया है , अब सदस्यता खत्म होने पर भी तलवार लटकी हुई नजर आ रही है , अब कयास लग रहे है जल्द ही निगम बोर्ड में तख्ता पलट हो सकता है ।
जयपुर हैरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर पर भ्रष्टाचार के आरोपो के मामले सरकार द्वारा अभियोजन की स्वीकृति दिए जाने के 17 दिन बाद मेयर मुनेश गुर्जर को स्वायत शासन विभाग ने निलंबित कर दिया , सरकार ने 18 सितंबर को मेयर को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा था लेकिन मुनेश ने कोई जवाब नही दिया ,
इससे पहले 19 अगस्त को नगर पालिका अधिनियम के तहत भी एक नोटिस जारी किया गया था , इस पर उन्होंने 23 अगस्त को जवाब दिया था जो संतोष जनक नहीं माना गया , इसके बाद 11 सितंबर को जांच अधिकारी की तरफ से एक नोटिस भेजा गया इसका जवाब मनीषा ने अपने वकील के माध्यम से जवाब भिजवाया था , तीन नोटिस के बाद यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मुनेश को मेयर और पार्षद पद से निलंबन की फाइल पर अनुमोदन कर दिया , इसके बाद सोमवार को डीएलबी डायरेक्टर कुमार पाल गौतम ने निलंबन के आदेश जारी कर दिए निलंबन के साथ ही जल्द ही हेरिटेज निगम में नए कार्यवाहक मेयर की घोषणा की जाएगी उम्मीद है ललिता जायसवाल को यह पद मिल सकता है ..
वही निलंबित मेयर मुनेश गुर्जर ने कहा कि उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है , वे इसे कोर्ट में चुनौती देंगे । गौरतलब है कि पिछले दिनों ही इस मामले में ऐसीबी ने मेयर और उसके पति के खिलाफ ऐसीबी कोर्ट में चालान पेश किया था एसीबी की एफ आई आर को रद्द करवाने के लिए मुनेश ने हाई कोर्ट में विविध अपराधिक याचिका दायर कर चुनौती दे रखी है , इधर राज्य सरकार की ओर से भी मामले में मुनेश गुर्जर के पक्ष में कोई भी आदेश जारी होने को रोकने के लिए हाई कोर्ट में कैविएट दायर कर रखी है ।
दरअसल 6 अगस्त 2023 को मेयर मुनेश का पति सुशील पट्टे की आवाज में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ थे एसीबी ने सुशील और दो साथियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था , सुशील के घर यानी महापौर मुनेश के घर से 41 लख रुपए मिले थे वही एक दलाल के घर से 8 लाख 95000 रु मिले थे , मुनेश के घर पर पट्टे से संबंधित फाइलें मिली थी इस मामले में एसीबी ने मुनेश को दोषी माना है
अब हैरिटेज नगर निगम पर फिलहाल कार्यवाहक मेयर की नियुक्ति की जा सकती लेकिन वही अब बोर्ड के लिए जोड़तोड़ की राजनीति भी शुरू हो चुकी है , इस समय कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा भाजपा के संपर्क में आ चुका है इसमें करीब दस पार्षद है जो भाजपा को समर्थन दे सकते है जिससे बोर्ड पर भाजपा का कब्जा हो सकता है ।