राजस्थान में आदिवासी दिवस समारोह में डॉ किरोड़ी लाल मीना ने साबित कर दिया कि, वे वाकई एसटी के हितों की बात करने वाले पहले नेता है. हाल में सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण मसले पर आए निर्णय पर डॉ किरोड़ी लाल मीना खुल कर बोला और कहा कि अगर एसटी के आरक्षण के वंचित गरीब लोगों को क्रीमीलेयर लागू करते हुए, आरक्षण का लाभ दिया जाता है.तो इसमें गलत क्या है । हालांकि डॉ किरोड़ी से पहले भी इस मामले में नेताओ के अलग अलग बयान सामने आ चुके है पहले आपको सुनाते है क्या कह रहे है डॉ किरोडी लाल मीणा ।
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस वर्ग में संपन्न लोग जो आरक्षण का लाभ ले चुके है. वे तो संपन्न हो चुकें हैं, तो हमारे वंचित लोगों को लाभ क्यों नही मिलना चाहिए. डॉ मीना ने कहा कि इस फैसले से संपन्न और शक्तिशाली बन चुके लोगों के पेट में दर्द हो रहा है, क्योकि वे नहीं चाहते कि उन का हक वंचितों लोगों को मिले.आप को बता दें कि एसटी-एससी के ही कुछ लोग इस का अफवाह बना कर विरोध कर रहे है.
डॉ मीना ने कहा कि मैं आरक्षण के साथ छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं लेकिन क्रीमीलेयर के मुद्दे पर वंचितों को लाभ मिले इस के पक्ष में जरूर हूं. आपको बता दें कि राजस्थान के नेताओं में डॉ मीना एक मात्र ऐसे नेता है, जो इस मुद्दे का खुल कर समर्थन कर रहे है. डॉ. मीना के इस बयान से एसटी-एससी का एक बड़े वंचित तबके को लाभ मिल सकेगा. हालांकि डॉ मीना का ये बयान कई लोगों के लिए राजनितिक संकट खड़ा कर सकता है.
हालांकि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और बसपा सुप्रीमो मायावती सहित एस सी एस टी से जुड़े करीब 100 सांसद प्रधानमंत्री से मिल चुके है वही प्रधानमंत्री भी इसे लागू कराने में इच्छुक नजर नहीं आ रहे ऐसे में माना जा रहा आगामी कुछ समय बाद कई राज्यों में विधानसभा चुनाव है जिसके चलते कोई भी अपने मतदाताओं को नाराज नहीं करना चाहता ।