बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हमले शुरू कर दिए गए। मंदिरों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। घरों में घुसकर हिंदू परिवारों के साथ दरिंदगी की सीमा लांघने में भी प्रदर्शनकारियो ने कोई कसर नहीं छोड़ी। हालात बेकाबू हो चुके है हालांकि अब वहा अंतरिम सरकार का ऐलान हो चुका है , शेख हसीना के देश छोड़कर भारत आने के बाद प्रदर्शनकारियो ने हिंदुओ पर हमले शुरू कर दिए थे ।
दरअसल हिंदुओं पर स्पष्ट रूप से इसलिए हमला किया जा रहा है क्योंकि वे परंपरागत रूप से शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी का हिंदू समर्थन करते थे। आपको बता दें कि बांग्लादेश में मुसलमानों और हिंदुओं के बीच पहले भी तनाव बढ़ा था, जिसमें 2021 में देश भर में हिंसक झड़पें भी हुई थी ।
इस दौरान बांग्लादेश के कम से कम चार जिलों में हिंदुओं के घरों और उनके मंदिरों पर हमले हुए, जिनमें देश के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर चट्टोग्राम के पास के गांव भी शामिल थे। सरकारी कार्रवाई के दौरान मारे गए लगभग 300 लोगों के अलावा, मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में भड़की हिंसा में कम से कम 60 लोग मारे गए।बांग्लादेश में आवामी लीग पार्टी से जुड़े दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई।
इस्लामी कट्टरपंथी हिन्दुओं को चुन-चुन कर मार रहे थे । हसीना सरकार में कर्मचारी रहे हिन्दुओं को इस्लामी कट्टरपंथियों ने सार्वजनिक रूप से हत्या की , ऐसे ही एक हिन्दू पुलिस अधिकारी की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई , पुलिस अधिकारी संतोष साहा के क्षत विक्षत शव की तस्वीर सामने आई , बताया जा रहा है एक हिन्दू पत्रकार और एक पार्षद की भी बांग्लादेश में हत्या की गई है।
दरअसल बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली के खिलाफ शुरू हुआ विरोध पूरे देश में बड़े पैमाने पर लूटपाट और दंगों में बदल गया है, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय, मुख्य रूप से हिंदू, पर हमले किए गए । शेख हसीना के भारत भाग जाने और अभी अंतरिम सरकार के गठन के साथ, मंदिरों में आग लगाए जाने और हिंदुओं के घरों और व्यवसायों पर हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है ।