मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक बड़ी घटना बुधवार को सामने आई जब एक विशेष समुदाय की भीड़ ने थाने पर जमकर हमला कर दिया , भीड़ द्वारा की जा रही पत्थरबाजी में पुलिसकर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई दरअसल यह मामला मोहम्मद पैगंबर साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर बवाल होना बताया जा रहा है , एफआईआर दर्ज कराने आए मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने छतरपुर थाने पर ही पथराव कर दिया।
दरअसल आरोप लग रहे है कथित तौर पर किसी हिंदू संत ने मोहम्मद पैगंबर पर गलत टिप्पणी की जिससे मुस्लिम समाज के लोग आक्रोशित हो गए ,भीड़ को भगाने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस के गोली चलाने के बाद उपद्रवी वहां से भागे। लौटते हुए उन्होंने कई राहगीरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की।
इस घटना में टीआई अरविंद कुजूर के सिर एवं हाथ में चोट लगी है। इसके अलावा सिपाही भूपेंद्र कुमार प्रजापति के सिर में एवं एसएएफ के जवान राजेंद्र चढ़ार को सिर में पत्थर लगा, जिसमे ये सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। जिस समय यह घटना हुई मौके पर एडिशनल एसपी विक्रम सिंह परिहार के साथ एडिशनल कलेक्टर मिलिंद नागदेव भी मौके पर मौजूद थे।
पथराव करने और उपद्रव में शामिल 150 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. FIR में 50 नामजद और 100 अन्य लोग शामिल हैं. यह कार्रवाई वीडियोग्राफी के आधार पर चिन्हित लोगों के खिलाफ की गई है.
बता दें कि हाल में महाराष्ट्र के नासिक जिले में सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरि महाराज ने कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर धर्म गुरु रामगिरि महाराज के खिलाफ महाराष्ट्र में कई केस दर्ज किए गए हैं. वहीं, रामगिरि महाराज ने कहा है कि उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में यह बयान दिया था.इसे गलत तरीके से सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है ।