भिवाड़ी में 23 अगस्त को सेंट्रल मार्केट में कमलेश ज्वैलर्स पर हुई लूट और कारोबारी जय सिंह सोनी की हत्या मामले में प्रीत उर्फ गोली नामक आरोपी ने तो दिल्ली में सरेंडर कर दिया जो दिल्ली के बादली का निवासी है जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने पहले ही लिखवा रखी थी , दरअसल लूट की वारदात के समय प्रीत के चेहरे से नकाब उतर गया था जिससे उसका चेहरा सीसीटीवी में कैद हो गया था जिसे पुलिस ने भी आसपास के राज्यो और लगते जिलों की पुलिस को साझा किया वही प्रीत की फोटो अखबारों में भी छपी जिसे देखकर वह दहशत में आ गया था और उसने पुलिस के सामने आत्मसर्पण कर दिया , जिसे भिवाड़ी पुलिस दिल्ली से लेकर आई और न्यायालय में पेश कर सात दिन के रिमांड पर लिया हुआ है ।
इस घटना को आज करीब छह दिन बीत चुके है लेकिन अभी पुलिस मुख्य सरगना सहित चारो बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर है , इस पूरे मामले में मोनेटरिंग रेंज आईजी अनिल टाक कर रहे है , पुलिस अभी बदमाशो के अन्य सूत्रों की जानकारी भी जुटाने में लगी है ,बदमाश वारदात करने के बाद पांचों बदमाश भिवाड़ी मोड़ फ्लाईओवर से कापड़ीवास होते हुए कच्चे रास्ते से पटौदी पहुंचे वहां से बहादरगढ़ के बापड़ौदा में अपने किसी रिश्तेदार के यहां शरण ली । यहां से बदमाश दूसरे दिन अलग अलग जगहों के लिए निकल पड़े , इस दौरान दो बदमाशो के पास मोबाइल था जो बाद में हरिद्वार के बाद बंद हो गया था । पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर हरिद्वार पहुंच कर भी दबिश दी लेकिन बदमाश हाथ नहीं लगे ।
इस पूरी वारदात में अब तक जांच में यह भी सामने आया है की बदमाशो ने यहां दो बड़े ज्वैलर्स को लूट के लिए चुना हुआ था जिसके लिए करीब 20 दिन पहले यह रेकी करने आए थे , और वारदात के बाद किस रास्ते से भागना है वह भी तय कर लिया था , बदमाशो ने पहले 22 अगस्त को वारदात की योजना बनाई थी लेकिन पुलिस गश्त देखकर बदमाश डीग की तरफ वापिस निकल गए थे और फिर 23 अगस्त को फिर पहुंचे , वारदात के लिए पहले बदमाश दूसरे ज्वैलर्स की दुकान पर पहुंचे लेकिन वहां ग्राहक ज्यादा थे जिसके चलते बदमाशो ने वहा से कमलेश ज्वेलर्स की दुकान पर लूट की वारदात की जिसमे फायरिंग में सर्राफा कारोबारी जय सिंह की मौत हो गई थी । बदमाशो ने शाम करीब सात बजे का समय इसलिए चुना की क्योंकि उन्हें पता था पुलिस गश्त 8 बजे शुरू होती है इसलिए उससे पहले उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था ।
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने एडीजी क्राइम दिनेश एम एन भी भिवाड़ी पहुंचे थे जिसके बाद लोगो में विश्वास बना की जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे वही एक आरोपी गोलू ने इसलिए भी सरेंडर किया की उसका भाई भी दिल्ली पुलिस में बताया उसने समझाया की सरेंडर कर दो वरना एनकाउंटर कर दिए जाओगे ..उनका नाम दिनेश एम एन है ..अभी इस मामले में अन्य चार आरोपियों की गिरफ्तारी का इंतजार बना हुआ है ,वही इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने भी बढ़ते अपराधो पर प्रदेश सरकार को घेरा …
क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद व्यपारियो में दहशत का माहौल बना हुआ है उम्मीद है जल्द ही बाकी आरोपी भी सलाखों के पीछे होंगे ।