दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अभी चुनाव आयोग का तारीखों के साथ औपचारिक ऐलान होना बाकी है लेकिन सभी राजनैतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है सबसे बड़ी बात है दिल्ली चुनाव में इंडी गठबन्धन नहीं होगा यहां भाजपा , कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा , लेकिन इस चुनाव में भले ही केजरीवाल ने फिर से मुफ्त की रेवड़ियों का ऐलान करना शुरू कर दिया हो लेकिन इस बार केजरीवाल को चुनाव जीतना आसान नहीं होगा एक तरफ एंटी इनामबेंसी तो दूसरी तरफ दिल्ली में भाजपा की हवा होना चुनाव को रोचक बनाने वाला है । चुनावो के लिए कांग्रेस ने 21 और आप ने अपने 32 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। फिलहाल बीजेपी ने अपने एक भी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है, अनुमान है कि 30 दिसंबर तक पार्टी अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है। आप और कांग्रेस की लिस्ट देखें तो इनमें कई प्रत्याशी ऐसे हैं उनके पिता या मां पहले सांसद, विधायक रहे चुके हैं ,
अब देखने वाली ये बात होगी कि क्या ये युवा प्रत्याशी अपनी राजनीतिक ‘विरासत’ बचा पाएंगे या नहीं।
चुनावो से पहले हाल ही में कांग्रेस से आप में आए सीलमपुर के पूर्व विधायक मतीन अहमद के बेटे जुबैर अहमद को आप ने टिकट दिया है। इसी तरह मुस्तफाबाद में कांग्रेस नेता हसन अहमद के बेटे अली मेहंदी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है। दोनों नेता कांग्रेस की टिकट पर एक बार से ज्यादा विधायक रह चुके हैं ,
कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में पूर्व राज्यसभा सदस्य और उत्तर पूर्वी दिल्ली से पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल के बेटे मुदित अग्रवाल को चांदनी चौक विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया है। जेपी अग्रवाल की दिल्ली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिनती होती है। जेपी दिल्ली के पहले उपमहापौर और स्वतंत्रता सेनानी लाला रामचरण अग्रवाल के बेटे हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने वजीरपुर विधानसभा सीट से रागिनी नायक को प्रत्याशी बनाया है। वे वर्तमान में पार्टी प्रवक्ता और पूर्व DUSU अध्यक्ष रही हैं।
वही कांग्रेस ने केजरीवाल के सामने शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दिया है , नई दिल्ली विधानसभा से कांग्रेस ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित और ईस्ट दिल्ली से पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को चुनाव मैदान में उतारा गया है। जानकारी के अनुसार 2013 चुनाव में नई दिल्ली सीट से कांग्रेस को 24% वोट मिले थे। इसके बाद 2015 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस का वोट शेयर महज 9% ही रह गया था। बता दें यहां से आप के संस्थापक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल 2013 विधानसभा चुनाव में पहली बार दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था, तब से वो इस सीट से लगातार विधायक हैं।
कांग्रेस ने पटपड़गंज विधानसभा सीट पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व विधायक चौधरी अनिल कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा बल्लीमरान से पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस वरिष्ठ नेता हारून युसूफ चुनाव मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस ने द्वारका सीट से आदर्श शास्त्री को टिकट दिया है, वे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते हैं। इसी तरह कांग्रेस ने सदर बाजार सीट पर पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज को टिकट दिया है।
कुलमिलाकर दिल्ली की सियासत में चुनावी बिगुल बज चुका है इसमें केजरीवाल की आप पार्टी और कांग्रेस में समझौता नहीं होना भाजपा इसे अपने फायदे में देख रही है फिलहाल इंतजार करते है प्रत्याशियों के नामो की घोषणा का ।