अजमेर में 1992 में एक ऐसा कांड हुआ था जिसमें करीब सौ से ज्यादा स्कूली और कॉलेज की छात्राओं को अपने जाल में फंसाकर उनकी अश्लील वीडियो फोटो खींच कर उनके साथ यौन शोषण किये जाना का मामला पूरे देश में सुर्खियों में रहा इस कांड में फंसी लड़कियां अच्छे परिवारों से भी थी , कई लड़कियों ने आत्महत्या कर ली तो कई परिवारों ने पलायन कर लिया था अब एक बार फिर कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है यह मामला भी अजमेर का है ,अजमेर के बिजय नगर में विशेष समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कुछ युवकों ने छह नाबालिग स्कूली छात्राओं को अपने चंगुल में फंसाया ,यहां तक कि उन्हें चाइनीज मोबाइल दे दिए और फिर खेल शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग कर देह शोषण और धर्म बदलने के दबाव का इस मामले के खुलासे के बाद पीड़ित लड़कियों के परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ पोक्सो में नामजद मामला दर्ज कराया गया जिसमे सात लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है जानते है क्या है पूरा मामला…
यह मामला अजमेर के बिजय नगर का है जहां समुदाय विशेष के युवकों ने स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्राओं को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर उन्हें मोबाइल भी दिला दिया उसके बाद इन छात्राओं के साथ देह शोषण और ब्लैकमेलिंग कर उन्हें धर्म बदलने के लिए दबाव बनाया जाने लगा , यहां तक कि स्कूल की अन्य लड़कियों से भी संपर्क कराए जाने के लिए जोर दिया ,
यह एक गैंग थी जिसमें मुस्लिम समाज के करीब एक दर्जन से ज्यादा युवा इसमें शामिल थे यह लड़कियों को स्कूली छात्राओं को डरा धमका कर जान से मारने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे थे , अपने धर्म में आस्था रखने पर दबाव बनाते साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते यहां तक कि घर से पैसे चुराकर लड़कियों से मंगवाने लगे , आरोपियों ने पहले एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली एक बालिका को फंसाया फिर उसे एक चाइनीज मोबाइल दिला दिया , फिर उसे प्रताड़ित कर ब्लैकमेल करने लगे और दबाव बनाया स्कूल की ओर लड़कियों से मिलवा दो तब तुम्हे छोड़ देंगे , इस तरह इन आरोपियों ने स्कूल की पांच छ छात्राओं को अपने चंगुल में फंसा लिया फिर इन्होंने इन छात्राओं के फोटो वीडियो बना कर सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया ।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक छात्रा ने आरोपियों को देने के लिए अपने घर से दो हजार रु चुराए जिसके बाद परिवार वालो बालिका पर नजर रखना शुरू किया तो एक दिन लड़की को मोबाइल पर किसी से बात करते हुए देखा , तब परिजनों ने जब लड़की से पूछताछ की तो उसने बताया वह किस तरह कुछ लड़कों के चंगुल में फंस गई है ।
इस मामले का पता चलते ही स्थानीय लोगों सहित हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश फैल गया और 12 विशेष समुदाय के युवकों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग , देह शोषण , धर्म बदलने के लिए दबाव का मामला दर्ज कराया गया , इस मामले में भारी संख्या में पहुंचे लोगों ने थाने पर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर ब्यावर में सर्व समाज के लोगों ने थाने का किया घेराव,
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने 4 और थानों से फोर्स मौके पर बुलाई, डीएसपी ने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया तब लोग शांत हुए ।
थाना प्रभारी करण सिंह ने बताया इस मामले में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने 7 आरोपियों को हिरासत में लिया है जिसमें दो नाबालिग है पकड़े गए आरोपियों में रिहान महोम्मद ,सोहेल मंसूरी ,लुकमान ,अरमान पठान और साहिल कुरैशी है , मामले को लेकर जांच की जा रही है।
इस मामले में लोगों में भी काफी आक्रोश देखा गया उन्होंने बताया लड़कियां प्राइवेट स्कूल में पढ़ती हैं। समुदाय विशेष के युवकों ने बहला-फुसला कर मोबाइल दे दिए और उनके साथ शारीरिक शोषण किया गया ।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन भी पूरे मामले की गंभीरता से जांच में जुटा हुआ है और अन्य आरोपियों की तलाश भी की जा रही है ।