कभी हर्षा तो कभी आई आई टी बाबा तो कभी मोतियों की माला बेचने वाली मोनालिसा प्रयागराज में चल रहे महा कुंभ में चर्चाओं में रहने के बाद अब अभिनेत्री ममता कुलकर्णी भी प्रयागराज में छाई हुई है पिछले करीब दो दशक से गुमनामी में रहने के बाद अब भारत तो लौटी है लेकिन उन्होंने कुंभ में पहुंच कर संन्यास ग्रहण कर लिया है , ममता ने शुक्रवार को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई और गृहस्थ जीवन से संन्यास लेने की घोषणा की।
महाकुंभ में किन्नर अखाड़े ने ममता का पिंडदान कराने के बाद महामंडलेश्वर पद पर उनका पट्टाभिषेक भी किया। किन्नर अखाड़े ने ममता को माई ममता नंद गिरी नाम दिया। बयान में कहा गया है कि ममता ने किन्नर अखाड़ा पहुंचकर आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह अखिल भारतीय अखाड़े के अध्यक्ष रविंद्र पुरी से भी मिलीं। ममता इस दौरान साध्वी के कपड़ों में दिखाई दीं।
अभिनेत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं महाकुंभ की इस पवित्र बेला की साक्षी बन रही हूं, संतों का आशीर्वाद प्राप्त कर रही हूं। मैंने 23 साल पहले अपने गुरु श्री चैतन्य गगन गिरी से कुपोली आश्रम में दीक्षा ली थी और अब मैं पूरी तरह से संन्यासी जीवन में प्रवेश कर रही हूं।
आपको बता दे अभिनेत्री ममता कुलकर्णी 90 के दशक की एक चर्चित अदाकारा रही है उन्होंने अपनी खूबसूरती और अदाकारी के दम पर दर्शकों के दिलों पर राज किया ममता की फिल्म ‘करण अर्जुन’ में चुलबुली बिंदिया का किरदार अदा कर उन्होंने खूब लोकप्रियता बटोरी। मगर लंबे वक्त से ममता फिल्मी दुनिया से दूर हैं , लेकिन अब अचानक वह अध्यात्म की तरफ मुड़ गई हैं , हालांकि वह पिछले कई सालों से दुबई में रह रही है , फिलहाल वह भारत वापिस आ गई हैं और यहां कुंभ में उन्होंने संन्यास ग्रहण कर लिया है ।