टोंक
राजस्थान में नरेश मीना द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने की घटना के बाद बवाल मचा हुआ है. इस थप्पड़ मारने की घटना ने राजस्थान में जाट बनाम मीना की लड़ाई को बल दिया है तो वही कई नेता नरेश मीणा के इस कदम को सही ठहरा रहे है राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने तो यहां तक कह दिया कि अमित चौधरी जिसके साथ यह घटना हुई, वह मेरे नागौर में भी रह चुका है। उसने मेरे लोगों को भी काफी परेशान किया उसे एक बार थप्पड़ मारा था, मैं कह रहा हूं कि उसे 3-4 बार थप्पड़ मारे जाएं। मैं उसे थप्पड़ नहीं मार सकता था, नरेश ने मेरा काम किया, उसने अच्छा किया।
मीडिया से बात करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इस मामले को तूल नहीं देना चाहिए। यह एक आम आदमी का मामला है जो गुस्से में हुआ। इसमें इतनी सजा देने की जरूरत नहीं है। पुलिस ने भी मीना समाज के लोगों के साथ मारपीट की, यह सब सरकार के इशारे पर हुआ। यह मामला नरेश और अमित के बीच का था। लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। नरेश मीना को थप्पड़ मारने के मामले में ही आईपीसी के तहत सजा मिलनी चाहिए।
आपको बता दे राजस्थान में टोंक जिले के देवली उनियारा में चल रहे 13 नवंबर को उपचुनाव में समरावता गांव के बूथ पर निर्दलीय नरेश मीना ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था । घटना के बाद नरेश मीना के समर्थकों ने समरावता गांव में जमकर हंगामा किया। उनके समर्थकों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी थी। इसके बाद पुलिस ने भी सख्त कार्यवाही करते हुए लाठीचार्ज किया और करीब 50 से ज्यादा लोगों सहित नरेश मीणा को गिरफ्तार किया था ।
इस संदर्भ में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा , हनुमान बेनीवाल शिव रविन्द्र भाटी सहित कई नेताओं के बयान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नरेश मीणा के समर्थन में आ रहे है फिलहाल नरेश मीणा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल में है ।