केंद्रीय वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव जी ने आज अलवर शहर की कटी घाटी पर नगर वन उद्घाटन किया और इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह नगर वन निर्माण पर एक करोड़ 10 लाख रुपए खर्च होंगे और 3.5 हजार पेड़ पौधे लगाए जायेंगे, जो दो-तीन साल में काफी पनप जाएंगे। नगर वन में छायादार, फलदार और औषधि के पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा की नगर वन को पूरे तरीके से विकसित किया जाएगा जो अलवर शहर के लोगों लिए मॉर्निंग वॉक की जगह का भी काम करेगा।
भूपेन्द्र यादव जी ने कहा की पर्यावरण संरक्षण की अपार संभावनाओं को देखते हुए अगस्त माह में अलवर शहर के भूरा सिद्ध में भी मातृ वन का उद्घाटन किया गया था, जिसमें करीब 10,000 पौधे लगाए गए थे। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान के ज़रिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पौधों को परिवार से जोड़ने का काम किया है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया की आज से शुरू किए नगर वन में फॉरेस्ट गार्ड चौकी ,पक्की चार दिवारी, अनेक तरीके के पेड़ पौधे, पक्षियों के लिए वर्ल्ड हाउस ,वॉच टावर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यहां पानी के समस्या से निजात के लिए पानी के लिए वाटर हॉल्स और वॉटर टैंक बनाए जाएंगे साथ ही साथ नगर वन के पास में बायोडायवर्सिटी पार्क भी बनेगा।
भूपेंद्र यादव ने इस अवसर पर वन्य जीवों के संरक्षण पर भी ज़ोर दिया और साथ ही साथ बताया कि वे शहर में इको टूरिज्म को बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रहें है। उन्होंने बताया की केंद्र सरकार के वन विभाग पोर्टल पर अब तक देश में 52 करोड़ पेड़ लगाने का संकल्प लिया जा चुका है और भूपेंद्र यादव जी ने आमजन से भी आह्वान किया कि वह अलवर को हरा भरा एवं स्वच्छ बनाएं और साफ रखें।
इस अवसर पर राजस्थान सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी ऑक्सीजन की हुई थी क्योंकि लगातार पेड़ काटे जा रहे थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पर विशेष ध्यान दिया और पौधों का संरक्षण करने के लिए पेड़ लगाने का संकल्प लिया। इसी क्रम में लगातार राजस्थान में पेड़ लगाए जा रहे हैं, जिससे ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं हो। उन्होंने बताया कि अलवर में मातृ वन ,नगर वन लव कुश वाटिका बन रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञान नगर में विज्ञान केंद्र बनाया जाएगा , जिसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है जिसका शीघ्र उद्घाटन किया जाएगा ।
संजय शर्मा ने बताया की सिलीसेढ़ से पानी के लिए 23 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है ,क्योंकि सिलिसेढ़ वन विभाग में आता है इसलिए विभाग की सहमति ली जा रही है। भाखेड़ा में एनिकट बनाया जाएगा जिस पर 8 करोड रुपए खर्च होंगे। भाखेड़ा में एनीकट बनने से जहां वन्य जीवों सहित अलवर शहर की जनता को भी पानी मिलेगा । उन्होंने इस कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि रूपारेल नदी से जयसंबंध पानी लाने के लिए पक्की नहर तैयार की जा रही है, जिसको 40 करोड रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। राजस्थान के मुख्य वन्य जीव प्रतिपादक सीसीएफ राजीव चतुर्वेदी ने सभी का स्वागत भाषण किया।