मुंबई से सटे ठाणे स्थित बदलापुर में एक स्कूल में नर्सरी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ छेड़छाड़ मामले में बड़ा बवाल हो गया है . बच्चियों से छेड़छाड़ की घटना से गुस्साए अभिभावकों सहित हजारों की भीड़ ने पूरे जिले में जमकर विरोध प्रदर्शन किया इस दौरान पुलिस के साथ भी झड़प हुई , सवाल आखिर बच्चियों के साथ लगातार सामने आ रही हैवानियत की खबरों पर कैसे अंकुश लगेगा , पहले बात करते है आज सामने आई बदलापुर की घटना की क्या है पूरा मामला ।
यह आगजनी , ये गुस्सा लोगो में जो नजर आ रहा है यह आक्रोश है नृसरी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ की गई छेड़खानी के विरोध में आखिर बच्चियां , छात्राएं ,महिलाए कहा सुरक्षित है ,कोलकाता में वर्क स्पेस में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी जाती है , चलती बस में दुष्कर्म हो रहे है ,राह चलती लडकियो को नहीं बक्शा जा रहा ,यहां तक कि छह माह ,एक साल ,दो साल तक की बच्चियों के साथ भी दुष्कर्म की वारदाते रोज सामने आ रही है , मंगल वार को महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर में भारी भीड़ ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया और तोड़फोड़ की गई ,
आरोप लगाया गया कि पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन अभिभावकों के दबाव में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. बदलापुर रेलवे स्टेशन पर चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से यूपी और बिहार से आने वालीं कई ट्रेनें अलग-अलग जगहों पर रुकी हुई हैं. इससे यात्रियों को भी काफी परेशानी हो रही है. पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लोगों पर हवाई फायरिंग भी की.
बदलापुर की यह घटना 14अगस्त की बताई जा रही है जब नर्सरी में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ स्कूल के सहायक कर्मी ने छेड़ छाड़ की वारदात की , उसके बाद स्कूल को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया गया था. पीड़ित बच्ची के परिवार का आरोप है स्कूल ने एफआईआर दर्ज कराने में भी मदद नहीं की थी, जिसकी वजह से एफआईआर दर्ज होने में समय लगा.हालांकि आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । वही घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने स्कूल की प्रिंसिपल, टीचर और लेडी अटेंडेड को सस्पेंड कर दिया है. जिस जगह यह घटना हुई थी, वहा पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे. पुलिस स्कूल के और भी कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है. आरोपी अक्षय शिंदे जो एक थर्ड पार्टी कंपनी के जरिए स्कूल में सहायककर्मी के तौर पर काम करता था…
बदलापुर के एक स्कूल मे दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीडन होने की घटना की खबर जैसे ही पूरे क्षेत्र में फैली बदलापुर रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन शुरु हुआ इस दौरान रेल यातायात प्रभावित हुआ , और पुलिस के साथ भी झड़प हुई ।
सवाल है दोनों बच्चियां, जो केवल साढ़े तीन साल की थीं, उनके साथ स्कूल के एक स्टाफ सदस्य ने उस समय यौन उत्पीड़न किया , जब वे परीक्षा के लिए स्कूल गई थी और वाशरूम की तरफ इस वारदात को अंजाम दिया गया , स्कूल प्रशासन की घोर लापरवाली है छोटी छोटी बच्चियों के साथ बाथरूम के लिए बाई जी को क्यों नहीं भेजा गया , यह मामला शायद नहीं भी खुलता दरअसल स्कूल की छुट्टियां खत्म होने का बाद जब बच्चियों ने स्कूल जाने से मना किया क्युकी वह दहशत में थी तब परिजनों ने जब पूरी बात पूछी तो मामला खुला इसके बाद यह आक्रोश देखा गया । आज बच्चियों के अभिभावक हो या किसी भी छात्रा या महिला के बस यही सवाल की आखिर उनकी बच्चियां कहा सुरक्षित है चारो तरफ आदमखोर भेड़िए नजर आते है ।