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विधायक रमेश खींची और सांसद संजना जाटव के बीच तीखी बहस

भाजपा विधायक को एक लाख की माला पर जमकर हुआ विवाद ,भरतपुर सांसद संजना जाटव ने जिला परिषद की बैठक में उठाया मुद्दा ,

अलवर:भाजपा विधायक को एक लाख की माला पर जमकर हुआ विवाद ,भरतपुर सांसद संजना जाटव ने जिला परिषद की बैठक में उठाया मुद्दा …

आज बात करते है संजना जाटव की जो हाल ही में लोकसभा चुनावों में भरतपुर से पहली बार सांसद बनी है हालांकि इससे पहले वह अलवर जिले की कठूमर विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी है लेकिन वहां से वह भाजपा के प्रत्याशी रमेश खींची से चुनाव हार गई थी उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में वह सांसद बनी , अब एक बार संजना जाटव फिर चर्चाओं में है उन्होंने सोमवार को हुई अलवर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में उनके एक बयान पर जमकर हंगामा हुआ , दरअसल उन्होंने कठूमर विधायक रमेश खींची को एक साल पुराने मामले पर घेर लिया , संजना ने कहा पिछले साल पंचायत समिति कठूमर में हुई सरकारी बैठक के दौरान विधायक रमेश खींची को एक लाख रु के नोटो की माला पहनाई गई जो गलत है और उसकी जांच होनी चाहिए , इसके बाद तो सदन में जमकर हंगामा हुआ यहां तक की दोनो नेताओ के पार्षद भी आमने सामने हो गए साथ ही वहां मौजूद कठूमर विधायक रमेश खींची भी भड़क गए और काफी देर तक इस पर हंगामा होता रहा । पहले आप जरा जिला परिषद में हुए हंगामे की वीडियो देखिए ।

इस वीडियो में सुना जा सकता है विधायक किस तरह झल्लाने लगे है यहां तक की उन्होंने सांसद संजना जाटव को इतना तक कह दिया यह मीटिंग के एजेंडे में नही है बक बक के अलावा कोई बात नही ..

इस दौरान रमेश खींची ने माना की उन्हे नोटो की माला पहनाई गई थी लेकिन उन्होंने वह माला पहनने के बाद उन्हें वापिस लौटा दी थी ।

दरअसल यह दोनो नेता कठूमर से है पिछले विधानसभा चुनावों में आमने सामने चुनाव भी लड़ चुके है तभी से दोनो के बीच यह अदावत चल रही है संजना कांग्रेस से और खींची भाजपा से प्रत्याशी थे जिसमे रमेश खींची चुनाव जीत गए थे हालांकि रमेश खींची कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे । इस घटनाक्रम के बाद सांसद संजना जाटव ने कहा भाजपा विधायक द्वारा उनका अपमान किया गया है जो गलत है ।

इसी दौरान दोनो नेताओ के समर्थन में जिला पार्षद भी आमने सामने हो गए , वही किसी ने जनप्रतिनिधियों के मीटिंग में नही आने का आरोप लगाया तो किसी ने जिले के एसपी और कलक्टर के बैठक में नही आने पर आपत्ति जताई , जबकि जिला कलक्टर और एसपी मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान के साथ रामगढ़ में होने वाले उपचुनाव पर हों रही मीटिंग में व्यस्त थे लेकिन बैठक में हो रहे हंगामे के बीच जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर ने पार्षदों को बाहर निकाल देने की चेतावनी दी ।

ढाई घंटे तक चली बैठक में जनहित के मुद्दो पर तो नाम मात्र की चर्चा रही जबकि यह बैठक करीब सात माह बाद हो पाई थी जिला पार्षदों को उम्मीद थी जन हित के मुद्दो को प्राथमिकता मिलेगी ,पार्षदों को अपने क्षेत्र की समस्या रखने का मौका मिलेगा लेकिन यह बैठक चार नेताओ तक ही सिमट कर रह गई इस दौरान मुंडावर विधायक ललित यादव ने भी अपनी बात रखी ,

इस बैठक में कुल छ करोड़ रु के विकास कार्यों के प्रस्ताव पास किए गए , गौरतलब है जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर के कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद यह पहली बैठक थी ।

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