नई दिल्ली. सरकार देश की नदियों को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में एक और प्रयास किया गया है. गंगा में सड़कों की तरह हर किमी. में माइल स्टोन लगाए जाएंगे. यह जानकारी स्वयं जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने न्यूज 18 हिन्दी से बात करते हुए कहा. साथ ही, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने 6 नदियों के बेसिन प्रबंधन की दिशा में शैक्षणिक एवं अनुसंधान सहयोग के लिए 12 तकनीकी शिक्षा संस्थानों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि गंगा का प्रवाह को देखने के लिए माइल स्टोन लगाए जाएंगे. जिससे गंगा को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि अन्य देश नदी बेसिन प्रबंधन पर भारत से मार्गदर्शन लेंगे. यह समझौता राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत जल शक्ति मंत्रालय और शैक्षणिक संस्थानों के बीच किया गया है.
इसें महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा और पेरियार के बेसिन प्रबंधन की स्थिति का मूल्यांकन एवं प्रबंधन योजना के लिए आवश्यक तकनीकी अनुसंधान, निगरानी और संग्रह करने की जिम्मेदारी 12 संस्थानों (विभिन्न आईआईटी, एनआईटी और नीरी) को प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि एक शक्ति को कई में विस्तारित करने के दर्शन पर चलते हुए, सीजीएनजी ने 6 नदियों के बेसिन प्रबंधन में शैक्षणिक संस्थानों को जोड़कर नए केंद्र बनाने की कोशिश की है.
समझौता पर एनआरसीडी की ओर से परियोजना निदेशक, जी अशोक कुमार और संकाय संस्थानों और आईआईटी कानपुर के निदेशकों ने हस्ताक्षर किया. इस समारोह को जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबाश्री मुखर्जी और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी अशोक कुमार ने भी संबोधित किया.
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FIRST PUBLISHED : February 29, 2024, 20:21 IST